गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को पटेल नेताओं ने जोर का झटका दिया है। पाटीदार नेता निखिल सवानी ने सोमवार को BJP से दिया इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि सवानी पिछले दिनों पाटीदार अनामक आंदोलन समिति (PAAS) के नेता हार्दिक पटेल का साथ छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। सवानी ने कहा कि अब मैंने इस्तीफा दे दिया है, क्योंकि वे सिर्फ लॉलीपॉप दे रहे हैं, कोई वादा पूरा नहीं कर रहे।
सवानी ने सोमवार (23 अक्टूबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी। बता दें कि सवानी कुछ दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे। पाटीदार आंदोलन के दौरान वह हार्दिक के करीबी थे और आरक्षण आंदोलन समिति में सूरत के संयोजक थे।
मीडिया से बातचीत करते हुए सवानी ने कहा कि ‘मैंने बीजेपी द्वारा नरेंद्र पटेल को एक करोड़ रुपये के ऑफर की बात सुनी, मैं दुखी हूं। बीजेपी छोड़ रहा हूं।” बता दें कि पटेल ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने उन्हें वरुण पटेल के माध्यम से उसमें शामिल होने पर एक करोड़ रुपये देने का वादा किया था।
नरेंद्र ने दावा किया था कि बीजेपी ने उन्हें अपने पाले में शामिल करने के लिए एक करोड़ रुपये देने का ऑफर दिया था। रविवार (22 अक्टूबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नरेंद्र ने मीडिया को 10 लाख रुपये कैश भी दिखाए जो कथित रूप से वरुण पटेल ने उन्हें दिए थे। हालांकि बीजेपी ने नरेंद्र को आरोपों को खारिज कर दिया है।
निखिल सवानी ने कहा कि पाटीदार समाज के हित को लेकर ही हम बीजेपी में जुड़े हैं। हमारा हार्दिक पटेल से मतभेद है, मनभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी पाटीदारों को खरीदने के लिए करोड़ों रुपये दे रही है। उसे चुनाव तक ही हमारी जरूरत है। जो वादे सरकार ने किए थे, वे पूरे नहीं किए।
सवानी ने कहा कि मैं नरेंद्र पटेल को बधाई देता हूं कि वह छोटे परिवार से आते हैं फिर भी उन्होंने 1 करोड़ नहीं स्वीकार किए। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने की कोशिश करूंगा और अपनी बात रखूंगा। सवानी ने नरेंद्र पटेल के दावों को भी सही ठहराते हुए पाटीदार बिरादरी के साथ छल का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि, ‘मैं जिस उम्मीद के साथ बीजेपी में शामिल हुए था वह पूरा नहीं हुआ। बीजेपी पैसे के दम पर पाटीदारों को तोड़ने की कोशिश कर रही है। बीजेपी को केवल चुनाव के समय ही पाटीदारों की याद आती है। मुझसे किया गया वादा बीजेपी ने पूरा नहीं किया। मैं तुरंत बीजेपी से इस्तीफा दे रहा हूं।
सवानी ने बीजेपी पर वोटबैंक की राजनीति का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने का वक्त मांगेंगे। गौरतलब है कि गुजरात में 18 दिसंबर से पहले चुनाव होने हैं, क्योंकि उस दिन गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधान सभा चुनाव के नतीजे आने की चुनाव आयोग पहले ही घोषणा कर चुका है।