भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नेता और महाराष्ट्र सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। एक रैली को संबोधित करते हुए पंकजा ने कहा कि हमने सर्जिकल स्ट्राइक की मगर कुछ लोग इसके सबूत मांगते हैं। मैं कहती हूं कि इन्हें समझाने के लिए राहुल गांधी के शरीर पर एक बम बांधकर उन्हें किसी दूसरे देश में भेज दिया जाना चाहिए।

महाराष्ट्र में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पंकजा मुंडे ने कहा, ‘हमारे सैनिकों पर कायराना हमले के बाद हमने सर्जिकल स्ट्राइक किया। कुछ लोग पूछ रहे हैं कि उसके सबूत क्या हैं? मैं कहती हूं हमें राहुल गांधी के साथ एक बम बांधकर उन्हें दूसरे देश भेज देना चाहिए था। तब जाकर इन लोगों को समझ आता।’ समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, पंकजा मुंडे का यह बयान 21 अप्रैल का है।
Maharashtra Min Pankaja Munde:We did surgical strike after cowardly attack on our soldiers.Some ppl ask what was surgical strike&what's the evidence?I say we should've attached a bomb to Rahul Gandhi&should have sent him to another country. Then they would have understood.(21.04) pic.twitter.com/KU96yAzoFD
— ANI (@ANI) April 22, 2019
बता दें कि, अभी हाल ही में पंकजा मुंडे का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। बीजेपी नेता के इस वीडियो को शेयर करते हुए एक मीडिया संस्थान न्यूज्ड नाम के वेरीफाई ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा है, “अगर बीजेपी दोबारा सत्ता में आई तो हम संविधान बदलेंगे: पंकजा मुंडे”
बता दें कि, पंकजा मुंडे महाराष्ट्र की परली से विधानसभा सदस्य हैं। वह मौजूदा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सरकार में ग्रामीण विकास, महिला और बाल कल्याण मंत्री हैं। पंकजा मुंडे राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं। नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद तीन जून, 2014 को मुंडे का निधन एक कार दुर्घटना में हो गया था।
If BJP comes to power again, we will change constitution : Pankaja Munde pic.twitter.com/FPeDVaNVvz
— Newsd (@GetNewsd) April 15, 2019
गौरतलब है कि, उरी हमले के जवाब में की गई सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा हमले के जवाब में की गई एयर स्ट्राइक की विश्वसनीयता पर विपक्षी खेमे ने हमेशा से संदेह जताया है। इस बार के लोकसभा चुनाव में दोनों पक्षों के लिए यह एक बड़ा मुद्दा भी है।