उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने अपने गठबंधन सहयोगी समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को इलाहाबाद जाते समय लखनऊ एयरपोर्ट पर मंगलवार (12 फरवरी) को रोके जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है।इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे अखिलेश यादव को रोके जाने की घटना को मायावती ने ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया और सरकार की तानाशाही बताया है।
मायावती ने ट्वीट किया है, ‘‘समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आज इलाहाबाद नहीं जाने देने कि लिये उन्हें लखनऊ हवाई अड्डे पर ही रोक लेने की घटना अति-निन्दनीय और बीजेपी सरकार की तानाशाही और लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक।’’
उन्होंने आगे लिखा है, ‘‘क्या बीजेपी की केन्द्र और राज्य सरकार बीएसपी-सपा गठबंधन से इतनी ज्यादा भयभीत और बौखला गई है कि उन्हें अपनी राजनीतिक गतिविधि और पार्टी प्रोग्राम आदि करने पर भी रोक लगाने पर तुल गई है। अति दुर्भाग्यपूर्ण। ऐसी आलोकतंत्रिक कार्रवाईयों का डटकर मुकाबला किया जायेगा।’’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को आज इलाहाबाद नहीं जाने देने कि लिये उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लेने की घटना अति-निन्दनीय व बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक।
— Mayawati (@Mayawati) February 12, 2019
बता दें कि सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मंगलवार सुबह ट्वीट के जरिए आरोप लगाया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र नेताओं के शपथ समारोह में शामिल नहीं होने देने के उद्देश्य से उन्हें लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। इस मुद्दे पर विधानसभा और विधानपरिषद में भी जमकर हंगामा हुआ। उन्होंने ट्विटर पर हवाईअड्डे से एक तस्वीर भी पोस्ट की है जिसमें वह पुलिस अधिकारियों से बात करते दिख रहे हैं।
अखिलेश ने आरोप लगाया है कि वह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के शपथग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने जा थे, लेकिन मंगलवार दोपहर को उन्हें प्रयागराज नहीं जाने दिया जा रहा है और लखनऊ एयरपोर्ट पर जबरन उनका विमान रोक दिया गया। खुद अखिलेश यादव ने इस संबंध में कई ट्वीट करके जानकारी साझा की है।
अखिलेश ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, “बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एक मात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है।”
बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एक मात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है। pic.twitter.com/151IwzPl1t
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019
इसके साथ ही सपा प्रमुख ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है, “एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से सरकार इतनी डर रही है कि मुझे लखनऊ हवाई-अड्डे पर रोका जा रहा है!”
एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से सरकार इतनी डर रही है कि मुझे लखनऊ हवाई-अड्डे पर रोका जा रहा है! pic.twitter.com/eaNrUQX1SX
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019
एक के बाद अखिलेश के ट्विटर हैंडल से कई ट्वीट हुए। अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे लखनऊ एयरपोर्ट पर बंधक बनाया गया है। बिना किसी लिखित आदेश के मुझे हवाई जहाज पर चढ़ने से रोका जा रहा है। इससे साफ है कि सरकार छात्रसंघ के शपथग्रहण समारोह से कितनी डरी हुई है। बीजेपी जानती है कि देश के युवा इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
योगी ने रोके जाने को सहीं ठहराया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को मंगलवार को प्रयागराज जाने से रोके जाने को सही बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा को अपनी अराजक गतिविधियों से बाज आना चाहिए। सुरक्षा हालात न बिगड़े, इसके लिए अखिलेश को प्रशासन के अनुरोध पर रोका गया है। उन्होंने कहा कि अगर वह वहां जाते तो हिंसक झड़प हो सकती थी। इसलिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अनुरोध पर प्रशासन ने यह फैसला किया है।
UP CM on Akhilesh Yadav stopped at Lucknow Airport: SP should refrain from its anarchist activities. Allahabad University requested that Akhilesh Yadav’s visit may create law & order problem because of the dispute between student organisations. Hence the government took this step pic.twitter.com/hw8IhXU6ux
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 12, 2019
योगी ने कहा, “प्रयागराज में वर्तमान में कुंभ चल रहा है। अभी 10 दिन पहले ही अखिलेश यादव प्रयागराज गए थे। उन्होंने दर्शन-स्नान किया। अब प्रयागराज जिला प्रशासन ने आशंका व्यक्त की है कि हिंसा हो सकती है।” उन्होंने कहा, “सपा अराजकता को आगे बढ़ाना चाहती है। प्रयागराज विश्वविद्यालय में तोड़फोड़ हिंसा हो सकती थी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिला प्रशासन से मांग की थी।”
एक छात्र संघ के कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को जाने से रोकता प्रशासन। pic.twitter.com/aN8OyEITmb
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) February 12, 2019