ओड़िशा में अपनी पत्नी की लाश को कंधे पर रखकर 12 किमी तक ले जाने वाले दाना मांझी को बहरीन के प्रधानमंत्री प्रिंस खलीफा बिन सलमान अल खलीफा ने 8.9 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी है।
मांझी ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं। मैं इस पैसे को बैंक में रखूंगा और अपनी तीनों बेटियों की पढ़ाई के लिए इसे इस्तेमाल करूंगा। मैं आशा करता हूं कि उन्हें अच्छी शिक्षा और नौकरी मिलेगी।’
इंडियन एक्सप्रेस की खबरों के अनुसार, पैसों का चेक लेने के लिए दाना मांझी को दिल्ली में बनी बहरीन एंबेसी आना पड़ा था। उन्हें एयर इंडिया की फ्लाइट से भुवनेश्वर से दिल्ली लाया गया था। वह अपनी सबसे छोटी बेटी के साथ आए थे।
मांझी को भारतीय संगठनों की तरफ से भी आर्थिक मदद मिली है। जिला प्रशासन के मांझी को 75 हजार रुपए दिए हैं। यह पैसा उन्हें प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत दिया जाएगा। जिला प्रशासन ने उनकी तीनों लड़कियों को सरकारी स्कूल में दाखिला भी दिलवा दिया है, साथ ही हॉस्टल की भी सुविधा दी गई है।
वहीं रेड क्रॉस ने उन्हें 50 हजार रुपए देने का वादा किया है। सुलभ इंटरनेशनल ने उनके नाम से एक फिक्स डिपोजिट खोला है। उनकी बेटियों के लिए हर महीने 10 हजार रुपए देने की बात कही गई है। वहीं एक अनजान शख्स ने भी उनके बैंक अकाउंट में 80 हजार रुपए जमा करवा दिए हैं। पैसे मिलने के बाद मांझी ने कहा, ‘मैं एक आदिवासी हूं। मुझे एक लाख का मतलब भी नहीं पता। मुझे मेरे पड़ोसी ताने मारते हैं कि मैं अमीर बन गया हूं। यह मुझे सबसे ज्यादा दुख पहुंचाता है।’