आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार (13 सितंबर) को घोषणा करते हुए कहा कि दिवाली के समय के आसपास प्रदूषण के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए फिर से ऑड-ईवन योजना लागू की जाएगी। वहीं, दूसरी ओर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली में प्रदूषण घटाने के लिए ऑड इवन ट्रैफिक नियमों की जरूरत नहीं है।
सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि राजधानी दिल्ली में 4 से 15 नवंबर तक ऑड-ईवन (सम-विषम) योजना लागू की जाएगी ताकि उस दौरान वायु प्रदूषण से निपटा जा सके। केजरीवाल ने कहा कि जाड़े के दौरान पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से होने वाले वायु प्रदूषण के उच्च स्तर से निपटने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस प्रदूषण से निपटने के लिए सात सूत्री कार्य योजना का उल्लेख किया। इसके तहत लोगों को मास्क बांटे जाएंगे, सड़कों की सफाई मशीनों की मदद से होगी, पेड़ लगाए जाएंगे और शहर में प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित 12 जगहों के लिए विशेष योजना भी इसमें शामिल है।
सीएम केजरीवाल के इस घोषणा के बाद केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली में प्रदूषण घटाने के लिए ऑड इवन ट्रैफिक नियमों की जरूरत नहीं है। नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार ने जो नया रिंग रोड़ बनाया है उसकी वजह से दिल्ली में प्रदूषण काफी कम हुआ है और सरकार आने वाले दिनों में कई और योजनाएं लागू करने जा रही हैं जिसकी वजह से अगले 2 साल में दिल्ली प्रदूषण मुक्त हो जाएगी।
#WATCH:Union Minister Nitin Gadkari on Odd-Even scheme says,"No I don't think it is needed.Ring Road we built has significantly reduced pollution in city&our planned schemes will free Delhi of pollution in next 2 yrs. It's their (Delhi govt) decision if they want to implement it" pic.twitter.com/mKlLIISpzX
— ANI (@ANI) September 13, 2019
ऑड-ईवन के तहत एक दिन ऐसे वाहन चलेंगे जिनकी नम्बर प्लेट के नम्बरों की आखिरी संख्या ईवन होगी। अगले दिन वह वाहन चलेंगे जिनकी नम्बर प्लेट के नम्बरों की आखिरी संख्या ऑड होगी। बता दें कि, केजरीवाल सरकार ने साल 2016 में पहली बार इस स्कीम को लागू किया था। यह स्कीम प्रदूषण पर लगाम कसने के इरादे से लाई गई थी। (इंपुट: भाषा के साथ)