देश के प्रतिष्ठित आतंकवाद निरोधक बल ‘राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड’ (एनएसजी) द्वारा तैयार एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के कुछ हिस्सों में आतंकवादियों और उग्रवादियों को ‘जनता का समर्थन’ मिल रहा है और जब तक इसे नहीं रोका जाता भारत आतंकवादी गतिविधियों से जूझता रहेगा।
देश में पिछले कुछ दिनों में हुए बम विस्फोटों पर विश्लेषण करने वाली रिपोर्ट को इस साल अप्रैल से जून के बीच के सभी राज्यों के आंकड़ों के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें कारखानों में निर्मित विस्फोटकों के लीकेज और आतंकवादी संगठनों द्वारा आयुध के इस्तेमाल की आशंका पर भी चिंता जताई गयी है।
भाषा की खबर के अनुसार, एनबीडीसी द्वारा आंकड़ों का विश्लेषण बताता है कि आतंकवादियों-उग्रवादियों के निशाने पर मुख्य रूप से जनता है। देश के कुछ हिस्सों में आतंकवादियों-उग्रवादियों को जनता का समर्थन बरकरार है।
रिपोर्ट कहती है, ‘‘जब तक राष्ट्र-विरोधी तत्वों को जनता का समर्थन नहीं रकेगा, तब तक आतंकवाद की गतिविधियां जारी रहेंगी। आईईडी की समस्या को समाप्त करने के लिए गंभीर प्रयास जरूरी हैं। देश के नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए ‘पूरे राष्ट्र’ की भावना के साथ प्रयास करने से आगे का रास्ता निकलेगा।’’
रिपोर्ट में इस बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है कि उग्रवादियों को जनता का समर्थन कैसे मिलता है लेकिन यह समझा जाता है कि पुलिस बल और इन घटनाओं के बारे में राष्ट्रीय बम डाटा केंद्र (एनबीडीसी) को रिपोर्ट करने वाली अन्य एजेंसियां स्थानीय लोगों और इस तरह के विस्फोटों को अंजाम देने वालों के बीच सामने आईं कड़ियों के संबंध में भी जानकारी साझा करती हैं।