प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (25 दिसंबर) को नोएडा को साउथ दिल्ली से जोड़ने वाली मजेंटा लाइन मेट्रो का उद्घाटन कर दिया है। पीएम मोदी ने नोएडा के बॉटनिकल गार्डन स्टेशन पर मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली-एनसीआर वासियों को क्रिसमस का शानदार तोहफा दिया है। शाम 5 बजे से यह लाइन आम यात्रियों के लिए खुल जाएगी। ये लाइन दक्षिणी दिल्ली के कालकाजी मंदिर को सीधा नोएडा के बॉटनिकल गार्डन से जोड़ेगी। 12.64 किलोमीटर लंबा यह सफर अब लगभग 19 मिनट में पूरा होगा।फिलहाल, डीएमआरसी ने इस लाइन पर 10 मेट्रो चलाने का फैसला किया है। दो मेट्रो को बॉटनिकल गार्डन और कालकाजी में रिजर्व रखा जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर इन ट्रेनों को भी चलाया जाएगा। अभी प्रत्येक 5 मिनट पर मेट्रो सेवा उपलब्ध होगी। भविष्य में यह समय घटकर डेढ़ से दो मिनट के बीच हो जाएगा।
अभी इस लाइन पर मेट्रो केवल 9 स्टेशनों का सफर तय करेगी। आगामी जून से 38 किलोमीटर लंबी मैजेंटा लाइन पूरी खुल जाएगी। आने वाले समय में 37 किमी लंबी मजेंटा लाइन पर कुल 25 मेट्रो स्टेशन होंगे। यह लाइन जनकपुरी पश्चिम मेट्रो स्टेशन से बॉटनिकल गार्डन के बीच बनाई गई है। इस लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से लेकर एयरपार्ट तक ट्रायल चल रहा है।
कालकाजी से बॉटनिकल गार्डन आने वाले यात्री अपनी यात्रा के मौजूदा 52 मिनट के समय को अब मात्र 19 मिनट में पूरा कर सकेंगे। अभी तक यात्रियों को बॉटनिकल गार्डन से पहले मंडी हाउस से ब्लू लाइन पकड़नी पड़ती थी और वहां से कालकाजी जाने के लिए वॉयलेट लाइन की ट्रेन पकड़नी होती थी।
यह पहली ऐसी मेट्रो लाइन होगी, जिस पर चालक रहित (ड्राइवरलेस) मेट्रो दौड़ेगी। शुरुआत में मेट्रो ट्रेन को ड्राइवर ही चलाएंगे, लेकिन बाद में यह स्वचालित मोड पर चलेगी। 25 दिसंबर का दिन डीएमआरसी के लिए भी खास है। इस दिन मेट्रो के 15 साल पूरे हो रहे हैं।
क्या है खास?
- बॉटनिकल गार्डन और कालकाजी मंदिर के बीच यात्रा का समय कम हो जाएगा। सड़क से आने में लगभग 52 मिनट समय लगता है, जबकि मेट्रो से अब मात्र 19 मिनट में यह दूरी तय की जा सकती है।
- 12.64 किलोमीटर लंबा यह सफर अब लगभग 19 मिनट में पूरा होगा।
- मजेंटा मेट्रो पर बॉटनिकल गार्डन से कालकाजी मंदिर तक 9 स्टेशन हैं।
- ट्रेनों की फ्रिक्वेंसी 5 मिनट 14 सेकंड होगी। फिलहाल इस लाइन पर 10 ट्रेने चलेंगी।
- इस मेट्रो के शुरू होने से लोगों को दक्षिण दिल्ली और फरीदाबाद जाने के लिए विकल्प मिल जाएगा।
- इस मेट्रो से यात्रियों को कालिंदी कुंज में सुबह और शाम के समय लगने वाले भयंकर जाम से छूटकारा मिल जाएगा।
- बॉटनिकल गार्डन और कालकाजी मंदिर के बीच की यात्रा का पहले 50 रुपये खर्च आता था जो अब 30 रुपए तक पहुंच जाएगा।
- इस मेट्रो में मानक गेज डिब्बे हैं। अन्य लाइनों पर कोच की चौड़ाई 2.9 मीटर है, जबकि इनमें यह 3.2 मीटर है। इन डिब्बों में अतिरिक्त 35-40 लोगों आ सकते हैं।
- शुरुआत में ट्रेनों की फ्रिक्वेंसी 5 मिनट 14 सेकंड की होगी और इस पर फिलहाल इस लाइन पर 10 ट्रेने चलेंगी।
- संचार-आधारित ट्रेन नियंत्रण (सीबीटीसी) से लैस यह पहली लाइन है जो ट्रेन के प्रतीक्षा समय को दो मिनट से 90-100 सेकंड तक कम कर देगा।
- यात्रियों के लिए सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए हर 9 स्टेशनों में प्लेटफार्म स्क्रीन दरवाजे भी लगाए गए हैं। इसके साथ ही इस लाइन के लिए ये दरवाजे आवश्यक होंगे क्योंकि चालक-रहित ट्रेन इस लाइन पर चलेंगे।
- वैसे अभी तक की मेट्रो में अकेले की दो सीटे रहती थी, लेकिन अब अकेले दो सीटों की जगह तीन सीटें कर दी गई हैं। और बाकी पांच सीटर हैं।
- इस लाइन पर गाड़ियों में सीटों के लिए नीले, गुलाबी और नारंगी के रंगों का प्रयोग किया गया है। वहीं आरक्षित सीटों का संकेत देने वाला एक गहरा रंग प्रयोग किया गया है।