बिहार के मुजफ्फरपुर के ‘बालिका गृह’ नाम के नारी निकेतन में 34 मासूम बच्चियों के साथ दरिंदगी के मामले ने तूफान मचा दिया है। बच्चियों से दरिंदगी के मामले में दिल्ली के जंतर-मंतर पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विरोध प्रदर्शन में दिखी विपक्षी एकता का फौरी दबाव नीतीश सरकार पर बनता दिख रहा है। मामला सामने आने के बाद से ही विपक्ष के हमलों से घिरी नीतीश सरकार ने अब लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
मामले की सीबीआई जांच के बीच समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक देवेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के समाज कल्याण विभाग ने मुजफ्फरपुर बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक सहित मुंगेर, अररिया, मधुबनी, भागलपुर और भोजपुर जिलों की बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशकों को भी निलंबित कर दिया है।
#MuzaffarpurShelterHome case:Assistant Director of Social Welfare Department Devesh Kumar suspended for delay in taking action after TISS social audit report. #Bihar
— ANI (@ANI) August 5, 2018
समाज कल्याण विभाग द्वारा इस संबंध में जारी अलग-अलग अधिसूचनाओं के अनुसार निलंबन की उक्त कारवाई जिन बाल संरक्षण इकाईयों के सहायक निदेशक के पद पर तैनात पदाधिकारियों के खिलाफ की गई है उनमें दिवेश कुमार शर्मा (मुजफ्फरपुर), सीमा कुमारी (मुंगेर), घनश्याम रविदास (अररिया), कुमार सत्यकाम (मधुबनी), गीतांजलि प्रसाद (भागलपुर) और आलोक रंजन (भोजपुर) शामिल हैं।
सामाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक द्वारा हस्ताक्षरित उक्त निलंबन अधिसूचनाओं में कहा गया है कि मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) की कोशिश टीम की सोशल ऑडिट रिपोर्ट में इन अधिकारियों के अंतर्गत संचालित संस्थानों में वहां रहने वाली बच्चियों के साथ मारपीट, अभद्र व्यवहार, तथा अन्य अवांछित कार्य किए जाने की स्थिति के बारे में जानकारी होने के बावजूद उनके द्वारा आवश्यक कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।
समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक को निलंबित करने के साथ ही मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है। ठाकुर के हथियारों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं। बता दें कि नीतीश सरकार के खिलाफ शनिवार (4 अगस्त) को RJD ने दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया। इस दौरान जंतर-मंतर पर समूचा विपक्ष एकजुट दिखाई दिया। गौरतलब है कि बालिका गृह में 34 बच्चियों के यौन उत्पीड़न के सनसनीखेज खुलासे के बाद घटना की चर्चा पूरे देश में हो रही है।
नीतीश कुमार ने फिर दी प्रतिक्रिया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर की घटना को शर्मसार कर देने वाली घटना करार देने के बाद इस मामले पर एक बार फिर प्रतिक्रिया दी है। रविवार को उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी को बख्शने वाली नहीं है। दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
एक कार्यक्रम में नीतीश ने कहा, “हम किसी को बख्शने वाले नहीं है। आज तक नहीं किया है कोई समझौता। बाकी हम ही को गाली देना है तो दीजिए। कैसे कैसे लोगों से गाली दिलवा रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, ‘जरा पॉजिटिव फीड पर भी आप लोग कृपा करके देख लें। एकाध निगेटिव चीज हो गया उसी को लेकर चल रहे हैं। जो गड़बड़ करेगा वो अंदर जाएगा। उसको बचाने वाला भी नहीं बचेगा, वो भी अंदर जाएगा।’
Hum kisiko bakshne wale nahi hain. Aaj tak nahi kiya hai koi samjhauta. Baaki hum hi ko gaali dena hai toh dijiye. Kaise kaise logon se gaali dilwa rahe hain: Bihar CM Nitish Kumar pic.twitter.com/FM93YmsLrP
— ANI (@ANI) August 5, 2018
बता दें कि इससे विपक्षी दलों द्वारा नीतीश की चुप्पी पर बार-बार सवाल उठाए जाने के बाद शुक्रवार (3 अगस्त) को बिहार के मुख्यमंत्री का बयान सामने आया था। नीतीश ने कहा, ‘मुजफ्फरपुर में ऐसी घटना घट गई कि हम शर्मसार हो गए। सीबीआई जांच कर रही है। हाई कोर्ट इसकी मॉनिटरिंग करे।’
बिहार सीएम ने आश्वस्त किया है कि इस मामले में किसी के साथ कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसे कड़ी सजा मिलेगी। बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका कांड में 44 बच्चियों में से 34 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हो गई है। मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड का मामला बिहार विधानसभा से लेकर देश की संसद तक में उठाया गया है।