बिहार में महागठबंधन खत्म हो गया है। नीतीश कुमार फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ हो गए हैं।महागठबंधन की सरकार से इस्तीफे के तुरंत बाद नीतीश कुमार को बीजेपी का साथ मिल गया और अब वह दोबारा 27 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले लिए हैं। वहीं, सुशील मोदी एक बार फिर बिहार के उप-मुख्यमंत्री बने हैं। नीतीश कुमार छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं।
कई दिनों से जारी सियासी हलचल के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। 27 में से 26 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। बिहार से बाहर होने की वजह से बीजेपी नेता मंगल पांडे शपथ ग्रहण नहीं कर सके। राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी नए मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों को राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
राजभवन में आयोजित इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में बीजेपी और सहयोगी पार्टी के कोटे से 12 और जेडीयू के कोटे से 14 मंत्री बनाए जा रहे हैं। बता दें कि बिहार कैबिनेट में अधिकतम 35 मंत्री हो सकते हैं। उम्मीद की जा रही है कि अगले कैबिनेट विस्तार में बाकी बचे विभागों का बंटवारा किया जाएगा।
देखिए कौन-कौन मंत्री बने हैं-:
- विजेंद्र यादव, जेडीयू
- प्रेम कुमार, बीजेपी
- राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जेडीयू
- नंदकिशोर यादव, बीजेपी
- श्रवण कुमार, जेडीयू
- राम नारायण मंडल, बीजेपी
- जय कुमार सिंह, जेडीयू
- प्रमोद कुमार, बीजेपी
- कृष्ण नंदन वर्मा, जेडीयू
- महेश्वर हजारी, जेडीयू
- विनोद नारायण झा, बीजेपी
- शैलेश कुमार, जेडीयू
- सुरेश कुमार शर्मा, बीजेपी
- कुमारी मंजू वर्मा, जेडीयू
- विजय कुमार सिन्हा, बीजेपी
- संतोष निराला, जेडीयू
- राणा रणधीर सिंह, बीजेपी
- खुर्शीद उर्फ फिरोज़ अहमद, जेडीयू
- विनोद कुमार सिंह, बीजेपी
- मदन सहनी, जेडीयू
- कृष्ण कुमार ॠषि, बीजेपी
- कपिल देव कामत, जेडीयू
- दिनेश चंद्र यादव, जेडीयू
- रमेश ॠषिदेव, जेडीयू
- ब्रज किशोर बिंद, बीजेपी
- पशुपति कुमार पारस, एलजेपी