पाकिस्तान और चीन से लगातार तनाव की स्थिति से गुजर रहे भारत के हथियार और गोला बारूद को लेकर सरकारी खातों का ऑडिट करने वाली संस्था भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) (CAG) ने सेना के पास गोला-बारूद को लेकर एक बड़ा खुलासा किया था। जिसमें भारतीय सेना के गोला बारूद की कमी को लेकर चिंता जताई गई थी।
अपनी रिपोर्ट में CAG ने कहा था कि भारतीय सेना के पास बहुत से वॉर रिजर्व तो मात्र 10 दिन के लिए ही हैं। 21 जुलाई को CAG की ये रिपोर्ट संसद में पेश की गई थी, जिसमें कहा गया है कि सेना को युद्ध के लिए कम से कम 40 दिन का वॉर रिजर्व होना चाहिए। लेकिन इसके बावजूद सेना के पास महत्वपूर्ण गोलाबारूद केवल 10 दिन के लिए हैं।
अब रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीएजी की उस रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज कर दिया है जिसमें सेना के पास गोलाबारूद की कमी होने की बात कहीं गई थी। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे “तथ्यात्मक रूप से गलत” करार दिया है। उन्होंने रविवार को जोर देकर कहा कि सेना में हथियारों की कोई कमी नहीं है।
सीतारमन ने कहा कि तथ्य गलत हैं और इस पर बहस करना गैर-जरूरी है, उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ इतना ही कहूंगी कि भारत हरस्थिति से निपटने के लिये तैयार है।
जबकि CAG रिपोर्ट के मुताबिक जंग के लिए पूरी तरह से सक्षम होने में भारत को अभी दो साल का समय और लगेगा। पिछले 10 महीनों में हुए रक्षा सौदों को पूरा होने में दो साल का वक्त है, इसके बाद ही भारत के पास बेहतरीन हथियार और जरूरत के हिसाब से गोला बारूद मौजूद होंगे।