गुजरात के प्रमुख शहरों में से एक अहमदाबाद के सरकारी अस्पताल में पिछले 24 घंटों में अंदर यानी शनिवार (28 अक्टूबर) को 9 बच्चों की मौत हो गई है। एक ही दिन में नौ मासूमों की मौत से हड़कंप मच गया है। हालांकि बच्चों की मौत के कारणों की वजह अब तक साफ नहीं हो सकी है। सभी बच्चे आईसीयू में भर्ती थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल प्रशासन ने बच्चों की मौत की पुष्टि कर दी है।न्यूज एजेंसी IANS के मुताबिक सभी बच्चों ने अस्पताल की इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में अंतिम सांस ली है। रिपोर्ट के अनुसार पांच बच्चों को प्रदेश के अन्य अस्पतालों से यहां रेफर किया गया था, जबकि चार का इसी अस्पताल में जन्म हुआ था। मासूमों की मौत के बाद से उनके परिजन बेहद नाराज हैं।
एजेंसी के मुताबिक जिला अस्पताल के स्वास्थ्य अधीक्षक (एमएस) एमएम प्रभाकर ने एक गुजराती टीवी चैनल से बातचीत में उन खबरों को खारिज कर दिया जिनमें कहा गया था कि डॉक्टरों की अनुपस्थिति के कारण बच्चों की मौत हुई है। मीडिया रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि ये बच्चे बेहद कमजोर थे और कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे।
उन्होंने कहा कि, ‘अस्पताल में 24 घंटे डॉक्टर मौजूद रहते हैं।’ उन्होंने दावा किया कि मरीजों को जिला अस्पताल में तब भर्ती कराया गया था जब उनकी हालत ज्यादा खराब हो गई। जब निजी अस्पतालों को लगता है कि अब वे मरीजों का इलाज नहीं कर पाएंगे तो उन्हें वे यहां भेज देते हैं।
इस घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने गुजरात सरकार पर हमला किया है। कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने ट्वीट किया, ‘सरकार या तो इसे डॉक्टरों की लापरवाही माने या बताए कि क्या बच्चों की माताएं कुपोषित थीं।’
#Gujarat govt should admit either it is error on part of doctors or mothers suffering from malnutrition. 9 newborn dead in #ahmedabad civil https://t.co/HMIadXlp1c
— Shaktisinh Gohil (@shaktisinhgohil) October 28, 2017
परिजनों के गुस्से को देखते हुए किसी भी तरह के अप्रिय घटना को रोकने के लिए अस्पताल के आसपास भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है।