कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर फेसबुक पर एक पोस्ट के जवाब में इस्लाम का कथित रूप से अपमान करने को लेकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक प्रवासी भारतीय को उसकी कंपनी से बर्खास्त कर दिया गया है। अपनी गिरफ्तारी होते देख राकेश बी कित्तूरम (Rakesh B Kitturmath) ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगते हुए कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं।
‘गल्फ न्यूज’ ने बताया कि दुबई स्थित ‘एमरिल सर्विसेस’ में टीम लीडर के रूप में कार्यरत राकेश बी कित्तूरमठ के सोशल मीडिया पोस्ट पर लोगों के आपत्ति जताए जाने के बाद उसे गुरुवार को उसके पद से बर्खास्त कर दिया गया। एमरिल सर्विसेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टुअर्ट हैरिसन ने कहा, ‘‘कित्तूरमठ को तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया गया है। उसे दुबई पुलिस को सौंपा जाएगा। हमारी नीति नफरत फैलाने वाले इस प्रकार के अपराधों को कतई बर्दाश्त नहीं करने की है।’’
खबर के अनुसार, हैरिसन ने कहा कि वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कित्तूरमठ अब भी यूएई में है या नहीं और यदि वह देश में है तो उसे पुलिस को सौंपा जाएगा।
दुबई पुलिस द्वारा आसन्न गिरफ्तारी का सामना करते हुए, कर्नाटक के व्यक्ति ने एक सार्वजनिक माफी जारी करते हुए कहा, “यह मुझसे एक गलती थी और मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं और मैं किसी भी धर्म के बुरे विचारों के लिए माफी नहीं मांगता।” अपने वायरल फेसबुक पोस्ट में कर्नाटक के व्यक्ति ने मुसलमानों के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया था और नमाज़ का मज़ाक उड़ाया था।
इससे पहले भी इस सप्ताह की शुरुआत में अबु धाबी के निवासी मितेश उदेशी को फेसबुक पेज पर इस्लाम का कथित रूप से मजाक उड़ाने वाला एक कार्टून पोस्ट करने को लेकर बर्खास्त किया गया था। इसी तरह दुबई में ‘फ्यूचर विजन इवेंट्स एंड वेडिंग्स’ के समीर भंडारी के खिलाफ उस समय पुलिस में शिकायत की गई थी जब उसने नौकरी का आवेदन करने वाले एक भारतीय मुसलमान को पाकिस्तान जाने को कहा था। यूएई में 2015 में पारित एक कानून के तहत धार्मिक या नस्ली भेदभाव गैर कानूनी है।