संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन ने अब जानलेवा मोड़ ले लिया है। शुक्रवार(24 नवंबर) की सुबह राजस्थान की राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ किले में एक युवक का शव लटका मिला था। वहीं घटना की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था।
नाहरगढ़ किले के बाहर मिले शव के पास पड़े पत्थर पर कोयले से लिखा था कि हम सिर्फ पुतले नहीं लटकाते। इसके अलावा एक दूसरे पत्थर पर लिखा था कि, ‘लोग ‘पद्मावती’ का विरोध कर रहे हैं, हम खुद को खत्म कर रहे हैं।’
नाहरगढ़ से मिलने वाले इस शव के बाद पुलिस छानबीन में लग गई और यह पता लगाने की कोशिश करने लगी कि यह क्यों किया गया क्यचा इसके पीछे कोई है। जबकि इस मामले में कई सवाल उठ खड़े हुए थे कि शव को किसने लटकाया। हालांकि इसे आत्महत्या भी कहा जा रहा था लेकिन शव को बकायदा लटकाया गया था। मरने वाले व्यक्ति का नाम चेतन सैनी था पुलिस को तलाशी के दौरान उसके मोबाइल में कुछ सेल्फियां खींची हुई भी मिली थी जिसके बाद उस फोन का जांच के लिए भेज दिया गया था।
लेकिन अब इस मामले में एक अजीब मोड़ आ गया हैं। जिन पत्थरों पर संदेश दिया गया था वहीं अब कुछ और विवादित पाया गया है। सोमवार को उसी स्थान पर कोयले से दो जगह लिखा हुआ पाया गया है। जिसमें कहा गया है कि ‘हसरत जयपुरी रामगंज में रहता है।’ जबकि दूसरी जगह लिखा है कि ‘राणा प्रताप हल्दीघाटी युद्ध कुछ नहीं।’
गौरतलब है कि नाहरगढ़ किले की दीवार से राजस्थान यूनिवर्सिटी से इतिहास में ग्रैजुएट चेतन सैनी नाम के युवक का शव लटका मिला था। शव के पास से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान कर परिवारवालों को बुलाया गया था। शव के पास पड़े पत्थर पर कोयले से लिखा मिला था कि ‘हम सिर्फ पुतले नहीं जलाते, बल्कि लटकाते हैं।’