उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से दिल दहलाने वाली घटना सामने आ रही है। ज़िले के पढ़ने वाली 10वीं कक्षा की 17 लड़कियों ने आरोप लगाया है कि उनके स्कूल के प्रिंसिपल और उनके सहयोगी द्वारा उन्हें “व्यावहारिक परीक्षा” की तैयारी के बहाने नशीली पदार्थ देकर उनके साथ दुष्कर्म किया गया।

लड़कियों के अनुसार, उन्हें स्कूल में रात में रुकने को कहा गया ताकि वो वो परीक्षा की तैयारी कर सकें। ये परीक्षा उसी इलाक़े के दुसरे दुसरे स्कूल में होने वाली थी। स्थानीय पुलिस कहना है कि ये घटना 18 नवम्बर को हुई थी।
थाना पुरकाजी में स्कूल संचालकों के विरुद्ध दर्ज अभियोग एवं की जा रही कार्यवाही के सम्बन्ध में "वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद मुजफ्फरनगर" की अपडेट बाईट pic.twitter.com/6djD068sOm
— MUZAFFARNAGAR POLICE (@muzafarnagarpol) December 6, 2021
रात रुकने के लिए कहा, जो उसी के दूसरे स्कूल में होने वाली थी। क्षेत्र, अगले दिन। उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक घटना 18 नवंबर की है।
पुलिस ने एक विशेष टीम गठित कर आरोपियों को पकड़ने की कवायद शुरू कर दी है।
मुज़फ्फरनगर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि क्राइम ब्रांच सहित पांच टीमें गठित की जा चुकी हैं और आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, “इस तरह, थन्ना प्रभारी की लापरवाही के सम्बन्ध में एक जांच गठित की गयी है। थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से थाना से हटा दिया गया है और ये देखा जा रहा है कि इस के इलावा और कौन से पुलिसकर्मी हैं जिन के द्वारा लापरवाही बरती गयी है। ”
इस मामले में FIR भी दर्ज किया गया है और आरोपी पर धारा 328, 358 , 506 और POCSO अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
लड़कियों के माता पिता का कहना है कि स्थानीय विधायक प्रमोद उटवाल द्वारा इस मामला का संज्ञान लेने के बाद ही पुलिस ने केस दर्ज किया।
स्कूल प्रिंसिपल का नाम योगेश बताया जाता है। योगेश ने लड़कियों को प्रैक्टिकल की परीक्षा की तैयारी के बहाने लड़कियों को स्कूल में रात गुज़ारने को कहा। रात में लड़कियों ने खिचड़ी बनाई लेकिन योगेश ने कहा कि खिचड़ी ठीक से पाकी नहीं थी। बाद में उसने खुद खिचड़ी बनाई जिसे खाने के बाद लड़कियां बेहोश हो गयीं.