16 वर्षीय नदीम खान ने जीती गीता पर संस्कृत में निबंध लिखने की प्रतियोगिता

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राजस्थान में बीते दिनों भगवद् गीता पर संस्कृत में निबंध लिखने की प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें एक 16 साल के मुस्लिम युवक को विजेता घोषित किया गया। धर्मनिरपेक्षता की मिसाल बने इस युवक का ना है नदीम खान। नदीम का मानना है कि संस्कृत बाकी सभी भाषाओं में सर्वाधिक प्रिय है। यह प्रतियोगिता राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित हुई थी।नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को आयोजित अक्षय पात्र फाउंडेशन के तहत गीता उत्सव में नदीम के अलावा दो अन्य मुस्लिम छात्र भी विजेता बने। इसमें दूसरी कक्षा की जहीन नकवी और चौथी क्लास की ज़ोराबिया नागोरी ने गीता श्लोकों का पाठकर टॉप पोजिशन में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की। सभी विजेताओं को बुधवार (20 दिसंबर) को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।

एक सरकारी स्कूल की 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले नदीम खान एक मजदूर के बेटे हैं और संस्कृत से उन्हें खास लगाव है। रिपोर्ट के मुताबिक नदीम ने कहा कि ‘संस्कृत मुझे बाकी भाषाओं में सर्वश्रेष्ठ लगती है। यह मुझे कभी भी अजीब नहीं लगी जबकि मुझे पता है कि इस भाषा में बातचीत का मौका मुझे शायद ही कभी मिलेगा।

उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता से मुझे इस भाषा के लिए अपना समर्पण दिखाने का मौका मिला। नदीम आगे बताते हैं कि, ‘मेरी संस्कृत क्लास में टीचर भी कभी संस्कृत भाषा का प्रयोग नहीं करते। उनके अनुसार सिर्फ संस्कृत लिखने में ही ध्यान दें। इस वजह से मैं स्पष्ट रूप से संस्कृत में बात नहीं कर पाता हूं।’

यह एक राज्य स्तर की प्रतियोगिता थी जिसमें तीन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिनमें- गीता पर निबंध, गीता श्लोकों का पाठ और हैंडराइटिंग प्रतियोगिता। इस प्रतियोगिता में राजस्थान के 200 स्कूलों के करीब 8000 छात्रों ने भाग लिया था।

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