गुरुवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले के बालोतरा शहर में एक मुस्लिम युवक आक्रोशित भीड़ ने बेतहाशा मारा और युवक से जय श्री राम के नारे लगवाए गए। कथित तौर पर युवक को एक विवाहित महिला के साथ पाए जाने पर भीड़ ने युवक को पीटा।
पीड़ित, पहू खान, जो जालौर जिले के तहसील साला के निवासी हैं और उन्हें इलाज के लिए जोधपुर भेज दिया गया है, डीएनए ने बताया। रिपोर्टों के मुताबिक, वह गैरेज मालिक की पत्नी के साथ मिला था, जिन्होंने उसे रोजगार दिया था
पीड़ित युवक पाडू खान जालौर जिले के तहसील साला का रहने वाला हैं जिसे अब बाड़मेर के एक अस्पताल में प्राथमिक चिकित्सा कराने के बाद जोधपुर के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। डीएनए की खबर के मुताबिक वह गैरेज के मालिक की पत्नी के साथ पाया गया था, जिन्होंने उसे रोजगार पर लगवाया था।
इंडियन एक्सप्रेस को बाड़मेर के एडिशनल सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (एडीएसपी) कैलाशधन रत्नू ने बताया, “मुस्लिम पुरुष और हिंदू राजपूत महिला बालतोरा के एक होटल में रुके। कुछ ही देर बाद महिला के रिश्तेदार आ गये और पुरुष पर हमला कर दिया।”
होटल मालिक ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “तब मैं बाहर आया और तभी मेरे स्टाफ ने बताया कि होटल के बाहर भीड़ जमा हो गयी है। शिव सेना के कुछ लोग वहाँ आ गये और उन्होंने खान को घसीटकर बाहर निकाला। वो लोग जयश्री राम के नारे लगा रहे थे और उसे बुरी तरह मार रहे थे। अगर पुलिस थोड़ी देर करती तो उसकी जान जान भी जा सकती थी।”
जबकि एक अन्य घटना में, राजस्थान के नागौर जिले के स्थानीय खाप पंचायत के आदेश के बाद दो लोगों को भीड़ ने जमकर पीटा गया और उनके सिर फोड़ दिए गए। इन दोनों युवकों पर एक नाबालिग का पीछा करने का आरोप था।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, इन युवकों में एक उस लड़की से शादी करना चाहता था। हालांकि, जब उन्हें इस बात का पता चला कि लड़की नाबालिग थी, तो वे अपने गांव में लौट आए थे लेकिन खाप के आदेश के बाद उन दोनों को वहीं पीटा गया।
राजस्थान में मुख्यमंत्री के तौर पर वसुंधरा राजे सिंधिया शासन करती है। राज्य ने हाल के दिनों में कानून और व्यवस्था के टूटने के कई उदाहरण सामने रखे हैं। इससे पहले एक मुस्लिम डेयरी किसान पहलु खान को हिंदुत्व आतंकवादियों ने राज्य के अलवर जिले में गाय रक्षकों के भेष में मौत के घाट उतार दिया था। जिसमें मौत के कारण को भीड़ द्वारा पीटा जाना बताया गया था।