गुजरात में दलितों पर हो रहे अत्याचार रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है, जिसका ताजा मामला एक बार फिर से सामने आया है। राज्य के बोताड़ जिले में दलित सरपंच के पति को कुछ लोगों ने पीट-पीट कर मार डाला। इस मामले में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। बुधवार को रणपुर-बरवाला सड़क पर 51 वर्षीय मांजीभाई सोलंकी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। लोगों ने उन्हें लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा। वह खुद भी ग्राम पंचायत के सदस्य थे और उप सरपंच के रूप में कार्य करते थे।
Image for representationइस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मांजीभाई सोलंकी सड़क पर घायल अवस्था में पड़े हुए हैं। और उनके रिश्तेदार उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। घायल मांजीभाई को उनके परिजनों ने अहमदबाद के सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
प्राथमिकी में नौ आरोपियों के नाम हैं, उनमें से आठ की गिरफ्तारी हो गई है। लेकिन परिजनों का कहना है कि सरकार को पहले उनकी मांग स्वीकार करनी चाहिए। सोलंकी के बेटे की मांग है कि सरकार उन्हें हर समय पुलिस सुरक्षा मुहैया कराए और उनके तथा उनके एक रिश्तेदार को बंदूक रखने का लाइसेंस दे। यही नहीं वह चार अन्य मामलों के साथ अपने पिता के इस मामले को भी अहमदाबाद अदालत में भेजे जाने की मांग कर रहे हैं।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने भी इस घटना को लेकर गुजरात सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “गुजरात में जातिवादी अत्याचार व हत्या लगातार जारी है जिस कारण सुरक्षा की माँग के बावजूद द्वेष के कारण बोताड़ जिले में कल दलित उपसरपंच मनजी सोलंकी की निर्मम हत्या कर दी गई। खासकर बीजेपी शासित राज्यों में इस प्रकार के जघन्य अपराधों का लगातार जारी रहना अति-दुःखद, निन्दनीय व शर्मनाक।” (इंपुट: भाषा के साथ)