देश के सबसे अमीर उद्योगपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने भी यह स्वीकर कर लिया है कि भारत में आर्थिक सुस्ती है। सऊदी में एक सम्मलेन में शिरकत करने पहुंचे मुकेश अंबानी ने मंगलवार को कहा कि, ‘हां, भारतीय अर्थव्यवस्था में थोड़ी सुस्ती जरूर है, लेकिन मैं ये मानता हूं कि ये अस्थायी है।’
29 से 31 अक्टूबर तक सऊदी अरब के शहर रियाद में आयोजित सालाना निवेश मंच ‘फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव’ को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि, “हां, भारतीय अर्थव्यवस्था में थोड़ी सुस्ती जरूर है, लेकिन मेरा अपना विचार है कि यह अस्थायी है।” उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान जो भी सुधार उपाय किए गए हैं, उनका परिणाम सामने आएगा और मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाली तिमाहियों में यह स्थिति बदलेगी। मुकेश के आलवा इस कार्यक्रम में देश के कई दिग्गज बिजनेसमैन भी शामिल रहे।
इसके अलावा मुकेश ने सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद और उनके बेटे प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज और पीएम मोदी का हवाला देते हुए कहा, ‘इन सबसे ऊपर ऐसा नेतृत्व है जो गति देने वाला है। दोनों देशों में ऐसा नेतृत्व है, जो पूरी दुनिया में अनूठा है।’ उन्होंने कहा कि सऊदी अरब ने पिछले 2-3 साल में जबरदस्त बदलाव देखा है।
भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था कहा जाता रहा है, लेकिन पिछली पांच तिमाहियों से उसकी वृद्धि दर में लगातार गिरावट आ रही है और अप्रैल- जून 2019 की तिमाही में यह घटती हुई पांच प्रतिशत पर आ गई। एक साल पहले इस दौरान जीडीपी वृद्धि दर 8 प्रतिशत की ऊंचाई पर थी। वर्ष 2013 के बाद यह सबसे कम वृद्धि दर है। इसके लिए निवेश में आई सुस्ती और अब खपत एवं उपभोग में आई कमी को बताया जा रहा है।