भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद सावित्री बाई फुले ने कमल का साथ छोड़कर, कांग्रेस का हाथ थाम लिया लिया है। जी हां, बीजेपी को बड़ झटका देते हुए उत्तर प्रदेश के बहराइच से 16वीं लोकसभा की सदस्य सावित्री बाई फुले शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं।
सावित्री ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव-प्रभारी (पूर्वी उत्तर प्रदेश) प्रियंका गांधी वाड्रा और महासचिव-प्रभारी (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में पार्टी की पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उनके साथ ही फतेहपुर से पूर्व सांसद राकेश सचान भी कांग्रेस में शामिल हुए।
कांग्रेस की ओर से जारी संक्षिप्त बयान में कहा गया है, “कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सानिध्य में आज सावित्री बाई फुले (सांसद, बहराइच) और राकेश सचान (पूर्व सांसद, फतेहपुर) कांग्रेस परिवार का हिस्सा बने।’ पार्टी ने कहा, ‘उप्र महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एवं ज्योतिरदित्य सिंधिया ने दोनों नेताओं का कांग्रेस परिवार में स्वागत किया।’
बता दें कि गत लोकसभा चुनाव में सावित्री बीजेपी के टिकट पर बहराइच से निर्वाचित हुईं थी। पिछले साल दिसंबर में उन्होंने बीजेपी पर अपनी उपेक्षा करने और समाज में बंटवारे की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से बातचीत में सावित्री बाई फुले ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संविधान के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश में लगी है, इसलिए उसे रोकना बहुत जरूरी है। फुले ने कहा कि बीजेपी की दलित विरोधी नीतियों के चलते देश के पिछड़ों, दलितों और मुस्लिमों ने बीजेपी को सत्ता से हटाने का फैसला किया है।
दलित नेता ने कहा कि बीजेपी को सिर्फ कांग्रेस ही रोक सकती है, इसलिए हम कांग्रेस का साथ देंगे और बीजेपी को रोकेंगे। बता दें कि पिछले साल दिसंबर में उन्होंने बीजेपी पर अपनी उपेक्षा करने और समाज में बंटवारे की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।