भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का अमेरिकी वीजा पुलिस रेकॉर्ड के आधार पर खारिज कर दिया गया था। इसके पीछे उनके खिलाफ पुलिस में घरेलू हिंसा और व्यभिचार से जुड़े मामलों का दर्ज होना है। हालांकि बीसीसीआई ने इसमें दखल दिया, जिसके बाद उन्हें वीजा दिया गया। बता दें कि, मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी के बीच विवाद चल रहा है। उनकी पत्नी ने उनपर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है।
अमेरिका जाने वाले मोहम्मद शमी का वीजा पहले रोक दिया गया था। जिसके बाद बीसीसीआई के कर्ताधर्ता राहुल जौहरी ने अमेरिकी दूतावास को एक पत्र लिखा, जिसमें शमी की उपलब्धियों और उनकी पत्नी हसीन जहां के द्वारा लगाए गए बेबुनियाद आरोपों के बाए में भी बताया। इस तरह पूरी प्रक्रिया के बाद शमी को अमेरिका का अंडर P1 वीजा दिया गया है। (जो की किसी देश के अंतराष्ट्रीय टीम के खिलाड़ी या एथलीट को दिया जाता है।)
बीसीसीआई के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि, ‘हां, शमी ने वीजा के लिए जब आवेदन किया तो पहले उनकी वीजा यूएस एंबेसी ने रिजेक्ट कर दिया। जांच के दौरान पाया गया कि पुलिस वैरिफिकेशन रिकॉर्ड पूरा नहीं था। हालांकि, अब यह मामला सुलझ गया है। सभी जरूरी दस्तावेज जमा करा दिए गए हैं।’
बीसीसीआई के अधिकारी ने आगे कहा, “एक बार वीजा जैसे ही रिजेक्ट हुआ, उसके बाद बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी ने एक पत्र लिखा। इस पत्र में शमी की उपलब्धियों और उनके भारतीय क्रिकेट में महत्व के बारे में लिखा गया था।”
गौरतलब है कि 2018 की शुरुआत में मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी हसीन जहां के बीच विवाद शुरू हुआ था। इस दौरान हसीन जहां ने मोहम्मद शमी पर मारपीट, रेप, हत्या की कोशिश, घरेलू हिंसा और मैच फिक्सिंग जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे। हसीन जहां ने शमी के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया हुआ है। मोहम्मद शमी के तलाक का केस कोर्ट में चल रहा है।