राजस्थान की राजधानी जयपुर में बच्चा चोरी करने और एक छोटी बच्ची के साथ छेड़खानी करने के शक में भीड़ ने एक युवक को इतना पीटा की उसकी इलाज के दौरान बुधवार(21 फरवरी) को मौत हो गई। वहीं, दूसरी ओर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। ख़बर के मुताबिक, युवक को 3 फरवरी को भीड़ ने खंबे से बांधकर पीटा था।
ईएनएस के हवाले से जनसत्ता.कॉम में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक मोहम्मद फैजल सिद्दीकी मूल रूप से यूपी के कानपुर का रहने वाला था और वह जयपुर में विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया में काम करता था। बच्ची के पिता असलम अंसारी ने हालांकि मृतक मोहम्मद फैजल सिद्दीकी पर लगे आरोपों से इनकार किया है।
बच्ची के पिता ने कहा कि, ‘वह अक्सर मेरी बच्ची के साथ रहता था, हमने कभी उसके द्वारा किसी आपत्तिजनक व्यवहार को नहीं देखा, अगर कुछ भी गलत होता तो मेरी बच्ची मुझे बता चुकी होती। यह कहना गलत होगा कि उसका इरादा मेरी बच्ची से छेड़खानी करने का था।’
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि इस मामले में दो लोग गिरफ्तार किए गए हैं। 3 फरवरी को हुई इस घटना के बाद बुधवार को सिद्दीकी का छोटा भाई सैफ कानपुर से जयपुर पहुंचा और उसने आरोप लगाया कि जयपुर के स्वामी मान सिंह अस्पताल के डॉक्टरों ने मंगलवार(20 फरवरी) को उसके भाई की नाजुक हालत रहते हुए उसे डिस्चार्ज कर दिया था। अस्पताल ने आरोपों से इनकार किया है।
जनसत्ता.कॉम में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वकर्मा पुलिस थाने के सब-इंस्पेक्टर मुकुट बिहारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 308 (दंडनीय हत्याकांड करने का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उउन्होंने बताया कि, इस केस में हमने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनका नाम निशांत मोदी और महेंद्र है। साथ ही उन्होंने बताया कि, महेंद्र का पूर्व में भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
युवक की पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
एनडीटीवी कि रिपोर्ट के मुताबिक, वही दूसरी ओर बिहार के सीतामढ़ी में दो फुलगोभी चुराने के आरोप में स्थानीय ग्रामीणों ने एक शख्स की लाठी डंडों से बेरहमी से पीटाई कर दी। इस घटना की सूचना जब पुलिस को मिली तब पुलिस गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को इलाज के लिए सीतामढ़ी सदर अस्पताल लाई जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। मृतक परिहार थाना क्षेत्र के के खोपरहिया गांव का रहने वाला था।
रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक के परिवार वालों का कहना था कि दुलार राय नरहा गांव में महावीरी झंडे के कार्यक्रम में गए थे और लौटने के दौरान खेत में शौच करने बैठे थे कि चोर-चोर का हल्ला कर ग्रामीणों ने पीटाई कर दी।