जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा है कि दक्षिण कश्मीर से इस महीने की शुरुआत में लापता हुआ भारतीय सेना का एक जवान आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इदरिस मीर सेना की जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (जेएकेएलआई) इकाई में पदस्थापित था। वह रविवार को समूह में शामिल हुआ। पुलिस अधिकारियों ने सोमवार (16 अप्रैल) को बताया कि गायब चल रहा जवान सेना की जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री में पोस्टेड था। उसके आतंकी संगठन में शामिल होने की जानकारी रविवार को मिली है।
माना जा रहा है कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां में शनिवार को लापता हुआ सेना का जवान अन्य दो व्यक्तियों के साथ हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है।
नवभारत टाइम्स के मुताबिक सिपाही मीर इदरीश सुल्तान बिहार के कटिहार में सेना की जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (जेएकेएलआई) इकाई में तैनात था और उसे झारखंड भेजा जाना था। वह शोपियां जिले के एक गांव का निवासी था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार वह 12 अप्रैल को अपने गांव पहुंचा था और शनिवार को लापता हो गया। उसके पिता मोहम्मद सुल्तान मीर ने सोमवार सुबह थाने में संपर्क किया और पुलिस से कहा कि उनका बेटा लापता है।
अधिकारियों ने बताया कि वह अन्य दो स्थानीय युवकों के साथ हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ गया है। वैसे आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हुई है और पुलिस ने गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज की है। इसकी सूचना सेना के अधिकारियों को दे दी गई है। अधिकारियों के अनुसार पुलिस यह पता लगाने के लिए उसके कॉल रिकार्ड और अन्य गतिविधियों को खंगाल रही है कि कहीं वह राष्ट्रविरोधी तत्वों के संपर्क में तो नहीं था।
हालांकि सेना का कहना है कि वह लापता है और किसी आतंकवादी संगठन में उसके शामिल होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। इसी साल जनवरी में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र मन्नान वानी के भी आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर आई थी। वानी की तलाश में यूपी पुलिस ने यूनिवर्सिटी में छापेमारी की थी। आरोपी छात्र के कमरे को सील कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने संदेह के आधार पर वानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया था।
उसके साथ ही हॉस्टल के कमरे में रहने वाला एक अन्य छात्र मुजम्मिल भी कई महीने से लापता है। हॉस्टल के मेस में मन्नान को दो जनवरी को अंतिम बार देखा गया था। वानी की एके-47 राइफल के साथ एक फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें लिखा था कि उसने 5 जनवरी को हिज्बुल जॉइन कर लिया।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के सूत्रों के मुताबिक वानी के पिता का नाम बशीर अहमद वानी है और वह जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के ताकिपोरा गांव का रहने वाला है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक मन्नान पिछले पांच साल से एएमयू में पढ़ रहा था। वह एमफिल कर रहा था। वह अब जिऑलजी में पीएचडी कर रहा था। वह यूनिवर्सिटी से घर नहीं आया।