पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को आरोप लगाया कि उन्हें घर में नजरबंद किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, कश्मीर में हालात सामान्य होने का दावा झूठा है।
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि, प्रशासन ने उन्हें घर में नजरबंद करके रखा है। मुफ्ती ने कहा कि भारत सरकार अफगान नागरिकों के अधिकारों को लेकर चिंता जताती है, लेकिन जानबूझकर कश्मीरियों के ऐसे अधिकारों को नजरअंदाज करती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने यह कहकर उन्हें घर से बाहर निकलने देने की इजाजत नहीं दी है कि घाटी में सब कुछ सामान्य नहीं है। यह हालात सामान्य होने के उनके दावे की पोल खोलता है।
अपने ट्वीट के साथ महबूबा मुफ्ती ने दो तस्वीरें भी शेयर की हैं। इसमें गेट के आगे एक पुलिस वाहन खड़ा दिख रहा है, वहीं दूसरी तस्वीर में गेट पर ताला है।
बता दें कि, अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद से ही जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबल अलर्ट पर है।गिलानी की मौत के बाद लगाए गए प्रतिबंधों में अब ढील दी गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है कि इंटरनेट सहित अधिकांश प्रतिबंधों में ढील दी गई है। कश्मीर और जम्मू दोनों संभागों में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं।
गौरतलब है कि केंद्र ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया और पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया। मुफ्ती और उनकी पीडीपी दो साल पहले केंद्र के कदम का विरोध करने में काफी मुखर रही है।