लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी महागठबंधन की योजना को करारा झटका देते हुए उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ किसी भी राज्य में गठबंधन नहीं करेगी। बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों के लिए सपा और बसपा का गठबंधन है। सपा यूपी की 37 सीटों और बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
उन्होंने मंगलवार को पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया कि बैठक में उन राज्यों में भी पार्टी की तैयारियों की विशेष समीक्षा की गई जिन राज्यों में बसपा पहली बार गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ रही है। बयान में कहा गया कि बैठक में एक बार फिर स्पष्ट किया गया, ‘बसपा किसी भी राज्य में कांग्रेस के साथ किसी भी प्रकार का, कोई भी चुनावी समझौता अथवा तालमेल आदि कर यह चुनाव नहीं लडे़गी।’
उन्होंने कहा कि बसपा और सपा का गठबंधन दोनों तरफ से आपसी सम्मान व पूरी नेक नीयत के साथ काम कर रहा है तथा उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड व मध्य प्रदेश में यह ”फर्स्ट व परफेक्ट एलायन्स माना जा रहा है, जो सामाजिक परिवर्तन की जरूरतों को भी पूरा करता है तथा भाजपा को परास्त करने की क्षमता रखता है।
मायावती ने बयान में दावा किया कि बसपा से चुनावी गठबंधन के लिये कई दल काफी आतुर हैं, लेकिन थोड़े से चुनावी लाभ के लिये ”हमें ऐसा कोई काम नहीं करना है जो पार्टी मूवमेन्ट के हित में बेहतर नहीं है।
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मायावती के इस बयान के बाद उनपर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “बसपा प्रमुख मायावती जी पहले यह बताएं की रायबरेली और अमेठी में बसपा का प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा कि नहीं लड़ेगा अगर वहां बसपा प्रत्याशी नहीं लड़ेगा तो कांग्रेस से बसपा का समझा होता है जनता को धोखा देने की कोशिश ना करें बसपा के सहयोग से 2004 से 14 तक केंद्र में कांग्रेस की सरकार चली।”
बसपा प्रमुख मायावती जी पहले यह बताएं की रायबरेली और अमेठी में बसपा का प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा कि नहीं लड़ेगा अगर वहां बसपा प्रत्याशी नहीं लड़ेगा तो कांग्रेस से बसपा का समझा होता है जनता को धोखा देने की कोशिश ना करें बसपा के सहयोग से 2004 से 14 तक केंद्र में कांग्रेस की सरकार चली
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) March 12, 2019