CM केजरीवाल का 9वें दिन भी धरना जारी, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को अस्पताल से मिली छुट्टी

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दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को मंगलवार(19 जून) को एलएनजेपी अस्पताल से छुट्टी मिल गई। बता दें कि, दोनों मंत्री उप राज्यपाल कार्यालय में अनशन पर बैठे थे और सेहत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, मूत्र में कीटोन का स्तर तेजी से बढ़ने और रक्त शर्करा का स्तर घटने के बाद सिसोदिया को कल दोपहर करीब तीन बजे एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया। जबकि जैन की सेहत खराब होने के बाद उन्हें रविवार रात एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक जेसी पासे ने बताया, ‘दोनों ही मंत्रियों को सुबह करीब 10 बजे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उनके स्वास्थ्य मानक जैसे कि मूत्र में कीटोन का स्तर, अब सामान्य हैं।’

आज सुबह सिसोदिया ने ट्वीट किया था कि उनकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है और वह आज से कामकाज शुरू करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने आज ट्विटर पर लिखा, ‘सुप्रभात !! चिकित्सकों की देखरेख और आपके आशीर्वाद से मेरी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है। कल मेरा कीटोन स्तर 7.4 था और रक्तचाप 184/100 तक पहुंच गया था। इससे किडनी पर असर पड़ सकता था। लेकिन अब सबकुछ नियंत्रण में है। यदि चिकित्सक अनुमति देंगे तो मैं आज से ही काम पर लौट आऊंगा।’

शनिवार को चिकित्सकों के दल ने सिसोदिया और जैन की जांच की। जैन पिछले मंगलवार से उप राज्यपाल कार्यालय में आमरण अनशन पर थे जबकि सिसोदिया ने अनशन बुधवार से शुरू किया था। केजरीवाल अपने सहयोगियों के साथ 13 जून से उप राज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय में धरने पर बैठे हैं।

वह बैजल से आईएएस अधिकारियों को हड़ताल (आप के मुताबिक) खत्म करने का निर्देश देने और राशन को घर – घर पहुंचाने की योजना को मंजूरी देने की मांग कर रहे हैं।

दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार और उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच शुरू हुआ टकराव फिलहाल खत्म होता नहीं दिख रहा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास पर लगातार पिछले 9 दिनों (11 जून की शाम से) से धरने पर बैठे हुए हैं।

केजरीवाल का 9वें दिन भी धरना जारी

आम आदमी पार्टी की सरकार और उपराज्यपाल में तकरार के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धरना 9वें दिन भी जारी है। दूसरी ओर आईएएस अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया है कि राजनीतिक फायदे के लिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों की राष्ट्रीय राजधानी में हड़ताल खत्म कराने के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की। केजरीवाल ने ट्वीट किया, “मैं माननीय प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि वह अब आईएएस अधिकारियों को अपना हड़ताल समाप्त करने के लिए ‘ग्रीन सिग्नल’ दें।”

केजरीवाल का यह ट्वीट आईएएस अधिकारियों को यह आश्वासन दिये जाने के बाद सामने आया है कि वह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से अपना बहिष्कार समाप्त करने का भी अनुरोध किया है। आईएएस अधिकारियों की हड़ताल के मुद्दे पर जनता दल (सेक्युलर), तेलुगू देशम पार्टी, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल, बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना एवं अन्य राजनीतिक दलों ने आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन जताया है।

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