पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी ने गैर-भाजपा नेताओं को निजी पत्र लिखा हैं जिसमें उन्होंने भारत के लोकतंत्र और संवैधानिक संघवाद पर भाजपा और उसकी सरकार द्वारा ‘‘हमलों’’ को रेखांकित किया है। ममता बनर्जी ने पत्र में सभी विपक्षी दलों से लोकतंत्र बचाने की अपील की है। राज्य में दूसरे चरण के चुनाव से पहले बनर्जी का पत्र बुधवार को तृणमूल कांग्रेस ने जारी किया।
सीएम ममता बनर्जी ने पत्र में कहा है, ‘‘मैं भारत के लोकतंत्र और संवैधानिक संघवाद पर भाजपा और केन्द्र में उसकी सरकार द्वारा हमलों को लेकर अपनी गंभीर चिंताओं से अवगत कराने के लिए आपको, और गैर-भाजपा दलों के कई नेताओं को पत्र लिख रही हूं।’’ ममता ने देश के 5 मुख्यमंत्रियों समेत कई नेताओं को यह पत्र लिखा है।
राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र शासन (संशोधन) विधेयक 2021 को संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित किये जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक ‘‘अत्यंत गंभीर’’ विषय है।
Mamata Banerjee writes to leaders incl Sonia Gandhi, Sharad Pawar, MK Stalin, Tejashwi Yadav, Uddhav Thackeray, Arvind Kejriwal, Naveen Patnaik stating, "I strongly believe that the time has come for a united & effective struggle against BJP's attacks on democracy & Constitution" pic.twitter.com/OLp7tDm9pU
— ANI (@ANI) March 31, 2021
उन्होंने कहा, ‘‘इस कानून के जरिये केन्द्र की भाजपा सरकार ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार की सभी शक्तियों को छीन लिया है और उपराज्यपाल को दिल्ली का अघोषित वायसराय बना दिया गया, जो गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के लिए एक प्रतिनिधि (प्रॉक्सी) के रूप में काम कर रहे हैं।’’
तीन पृष्ठ के इस पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राकांपा के नेता शरद पवार, द्रमुक के एमके स्टालिन, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, राजद के तेजस्वी यादव, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती सहित अन्य लोगों को संबोधित किया गया है। (इंपुट: भाषा के साथ)