विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए अभियान तेज करने के बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (26 नवंबर) को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भगवान राम की नहीं बल्कि ‘रावण की उपासक’ है।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी भगवान के नाम पर वोट बटोरने का प्रयास नहीं करती है। समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के जम्बोनी में एक जनसभा में कहा, ‘वे (बीजेपी) रावण की पूजा करते हैं, राम की नहीं, वे लोगों को बांटने का प्रयास करते हैं।’ उन्होंने बीजेपी पर भगवान राम के नाम पर लोगों को बांटने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘वे राम की बात करते हैं, हम देवी दुर्गा की पूजा करते हैं, भगवान राम ने भी दुर्गा पूजा की थी।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी ‘सर्वधर्म’ की बात करती है और वह धर्म के आधार पर लोगों में भेदभाव नहीं करती। उन्होंने कहा, ‘हम वोट हासिल करने के लिए भगवान का नाम नहीं बेचते।’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को नागपुर में कहा था कि धैर्य का समय खत्म हो चुका है और अगर उच्चतम न्यायालय में तरजीह नहीं मिलती है तो अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ करने के लिए कानून बनाया जाना चाहिए।
बता दें कि हजारों भक्त रविवार को विहिप की धर्मसभा में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचे थे जिसमें मंदिर निर्माण की चर्चा हुई। इसमें एक वरिष्ठ धार्मिक नेता ने कहा कि इसकी तारीखों की घोषणा अगले साल की शुरुआत में की जाएगी।ममता ने केन्द्र की बीजेपी नीत राजग सरकार पर वित्तीय कुप्रबंधन का आरोप लगाया और दावा किया कि इसकी जनधन योजना जल्द ही ‘सबसे बड़ा घोटाला’ साबित होगी।