इजरायल की शराब बनाने वाली कंपनी माका ब्रेवरी द्वारा अपनी शराब और बीयर की बोतलों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर लगाने को लेकर बवाल मच गया है। इस मामले में कई सामाजिक संगठनों ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से इस तस्वीर को हटवाने की मांग की है। कंपनी के खिलाफ केरल के महात्मा गांधी नेशनल फाउंडेशन के चेयरमैन एबी जे जोस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत की है। जोस ने रविवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को भी पत्र लिखकर शराब कंपनी के मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
केरल के महात्मा गांधी मेमोरियल फांउडेशन ने शराब की बोतलों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र छापे जाने को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामीन नेतन्याहू तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत करके इजरायली कंपनी के खिलाफ उचित कार्रवाई का आग्रह किया है।
समाचार एजेंसी यूएनआई के मुताबिक, कोट्टायम के पाला स्थित फाउंडेशन के अध्यक्ष एबीजे जोस ने रविवार को दोनों प्रधानमंत्रियों (भारत-इजरायल) को पत्र लिखकर शिकायत की कि इजरायल के ताफेन औद्योगिक क्षेत्र स्थित माका ब्रेवरी कंपनी ने अपनी शराब की बोतलों और केनों पर राष्ट्रपिता के चित्र छापे हैं।
कोट्टयम में पाला स्थित फाउंडेशन के अध्यक्ष ने इसे शराब निर्माता कंपनी की ओर से अनुचित आचरण करार देते हुए कहा कि शराब की बोतलों पर छापे गए चित्र को अमित शिमोनी नाम के व्यक्ति ने डिजाइन किया है। जोस ने कहा, गांधी के चित्रों का मजाक उड़ाया गया है।
अमित की वेबसाइट ‘हिपस्ट्रॉरी डॉट कॉम’ पर गांधीजी के चित्र कूलिंग ग्लास, टी-शर्ट और ओवरकोट पर दिखाया गया है। राष्ट्रपिता के चित्रों को शराब की बोतलों और वेबसाइटों से हटाने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग करते हुए जोस ने कहा कि राष्ट्रपिता के रूप में जाने जाने वाले बापू, अहिंसा की दुनिया के सबसे प्रशंसित पैगंबर हैं।
पीएम मोदी और नेतन्याहू को लिखे पत्र में, उन्होंने आग्रह किया कि माका ब्रेवरी को गांधी के चित्र वाली शराब की बोतलों और केनों को जल्द से जल्द वापस लेने का निर्देश दिया जाए। उन्होंने कहा कि गांधीजी, जिन्होंने शराब के उपभोग और प्रचार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया, ने एक मौके पर कहा था कि सत्ता मिलने के बाद वह एक ही बार में देश में सभी शराब निर्माण कंपनियों और उसकी बिक्री बंद कर देंगे।