देश भर में मूर्तियों को खंडित करने की घटनाओं के बीच राजस्थान में जैसलमेर के कोतवाली थाना क्षेत्र में कल एक व्यक्ति ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा खंडित कर दी।
समाचार एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, कोतवाली थाना पुलिस ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि डा अशोक मेघवाल ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को भारी लोहे से वार कर खंडित कर दिया। पुलिस ने कल डा मेघवाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 285 और सरकारी सम्पति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।पुलिस ने बताया कि मानसिक रोग से पीड़ित डा मेघवाल के खिलाफ पहले भी आपराधिक मामले दर्ज है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, अशोक मेघवाल बुधवार को गांधी दर्शन के आगे स्थापित महात्मा गांधी की मूर्ति के पास हाथ में फरसा लेकर पहुंचा और मूर्ति का चश्मा व मुंह पर वार कर दिए, इससे प्रतिमा खंडित हो गई। इसके बाद मेघवाल ने मौके पर ही हंगामा शुरू कर दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान कुछ लोगों ने उसे नीचे उतरने की बात कही, लेकिन वह नहीं माना और कहने लगा कि देश भर में अंबेडकर की मूर्तियां तोड़ी जा रही है, गांधी जी की प्रतिमा की तरफ इशारा करके कहा कि यह मूर्ति टूटेगी और हाथ में फरसा लहराने लगा।
बता दें कि, इससे पहले मध्य प्रदेश के मुरैना में जौरा गांधी पार्क में कुछ अज्ञात लोगों ने वहां मौजूद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को आग लगा दी थी। आग लगाने के बाद महात्मा गांधी की प्रतिमा का ऊपरी हिस्सा हुआ छतिग्रस्त हो गया था, प्रतिमा का सिर और चश्मा जल गया था।
बता दें कि, ऐसी ही एक घटना पिछले दिनों गुजरात के पोरबंदर में देखने को मिली थी जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा से कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उनके चश्मे को गायब कर दिया गया था। बता दें कि पोरबंदर शहर में ही 2 अक्टूबर 1869 को महात्मा गांधी का जन्म हुआ था। महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता की उपाधि दी गई है, उनके विचार आज दुनियाभर में पढ़ाए जाते हैं।