शर्मनाक: मध्यप्रदेश में डॉक्टरों ने गर्भवती महिला को अस्पताल से निकाला बाहर, महिलाओं ने खेत में कराई डिलीवरी

0

भारत के अलग-अगल राज्यों से हर रोज कोई न कोई ऐसी तस्वीर सामने आ ही जाती है, जिसे देखकर हमें शर्मसार होना पड़ता है। अस्पताल प्रशासन की बेरहमी का एक और मामला सामने आया है, जो मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले का है। यहां अस्पताल प्रशासन की बेरुखी से एक महिला को खेत में बच्चे को जन्म देना पड़ा।

मध्य प्रदेश के डिंडोरी में एक गर्भवती महिला की डिलिवरी खेत में अन्य महिलाओं की मदद से कराई गई। दरअसल, डॉक्टर्स ने कथित तौर पर बच्चे को जन्म से पहले ही मृत घोषित कर दिया था और महिला को अस्पताल से बाहर निकाल दिया था।

जिसके बाद परिजन महिला को अस्पताल से लेकर जा रहें थे। डॉक्टरों की लापरवाही और बेरहमी का शिकार हुई गर्भवती महिला को लौटते वक्त प्रसव पीड़ा हुई तो खेत में काम कर रही महिलाओं ने प्रसूता की डिलीवरी कराई।

खेत में मौजूद अन्य महिलाओं ने साड़ी का घेरा बनाकर गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई। ग्रामीण महिलाओं की सूझबूझ से महिला ने सही सलामत बच्चे को जन्म दिया।

वहीं दूसरी ओर घटना की ख़बर फैलने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि जांच के बाद दोषियों को निलंबित किया जा सकता है या तो उनकी सैलरी काटकर उन्हें सजा दी जा सकती है।

देखिए घटना का वीडियो :

खेत में बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर हुई मां

शर्मनाकः मध्य प्रदेश में खेत में बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर हुई मां, अस्पताल ने भर्ती करने से कर दिया था मनाhttp://www.jantakareporter.com/hindi/madhya-pradesh-woman-gives-birth-child-farm/165007/

Posted by जनता का रिपोर्टर on Monday, December 18, 2017

 

ओडिशा में भी आया था ऐसा ही एक मामला:

बता दें कि, कुछ दिनों पहले ही ऐसा ही एक मामला ओडिशा के कोरापुट जिले से सामने आया था। यहां अस्पताल प्रशासन की बेरुखी से एक महिला को नाले में बच्चे को जन्म देना पड़ा था।

ओडिशा के कोरापुट जिले में एक आदिवासी महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान अस्पताल ने कथित तौर पर मेडिकल डॉक्युमेंट्स के अभाव के कारण अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया जिसके बाद महिला को अस्पताल के पास ही नाले में बच्चे को जन्म देने को मजबूर होना पड़ा।

घटना की ख़बर फैलने के बाद अस्पताल प्रशासन ने जच्चा और बच्चा को अस्पताल में भर्ती कर लिया, जहां उनका उपचार किया गया।

इससे पहले भी आ चुके है इस तरह के कई मामले:

बता दें कि, यह कोई पहली बार नहीं है कि देश के किसी राज्य में इस तरह की घटना सामने आई हो इसे पहले भी कई राज्यों से ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी है। शनिवार(29 अप्रैल) को यूपी के बहराइच जिले में मौके पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने के कारण एक गर्भवती महिला को बीच बाजार सड़क पर ही बच्ची को जन्म देना पड़ा था।

उसके बाद यूपी के मथुरा में मौके पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने के कारण एक गर्भवती महिला को सड़क पर ही बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा। बीच रास्ते में दूसरे गांव की महिलाओं ने किसी तरह आनन-फानन में वहां पर परदा बना कर प्रसूता को संभाला था।

बता दें कि, इससे पहले मध्य प्रदेश के कटनी जिले में सरकारी एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से एक महिला को सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा था। सड़क पर गिरने की वजह से मासूम नवजात की मौके पर ही मौत हो गई।

इससे पहले राजस्थान के जयपुर सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही के कारण एक खानाबदोश महिला को शुक्रवार(28 जुलाई) की रात को सड़क पर लेटकर बच्चे को जन्म देना पड़ा।

Previous article11 seats where BJP won with wafer thin margins in Gujarat
Next articleगुजरात की जनता ने AAP, NCP और BSP से ज्यादा NOTA को किया पसंद