मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता और पूर्व सांसद ज्योदिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के एक दिन बाद बुधवार (11 मार्च) को दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की मौजूदगी में आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार पर भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी के आरोप लगाए।

इसी बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर एक कविता शेयर की गई है, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस कविता पर सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। इसके साथ ही लोग ज्योदिरादित्य सिंधिया पर भी निशाना साध रहे हैं।
कविता कुछ इस प्रकार है…
सम्मान-सौहार्द का,
ये मंज़र न मिलेगा,
घर छोड़ कर मत जाओ,
कहीं घर न मिलेगा।
याद बहुत आयेंगे,
रिश्तों के ये लम्बे बरस,
साया जब वहाँ कोई,
सर पर न मिलेगा।
नफ़रत के झुंड में,
आग तो मिलेगी बहुत,
पर यहाँ जैसा कहीं,
प्यार का दर न मिलेगा।
घर छोड़कर मत जाओ,
कहीं घर न मिलेगा।
सम्मान-सौहार्द का,
ये मंज़र न मिलेगा,
घर छोड़ कर मत जाओ,
कहीं घर न मिलेगा।याद बहुत आयेंगे,
रिश्तों के ये लम्बे बरस,
साया जब वहाँ कोई,
सर पर न मिलेगा।नफ़रत के झुंड में,
आग तो मिलेगी बहुत,
पर यहाँ जैसा कहीं,
प्यार का दर न मिलेगा।घर छोड़कर मत जाओ,
कहीं घर न मिलेगा। pic.twitter.com/QbmdWpagrF— MP Congress (@INCMP) March 11, 2020
बता दें कि, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सिंधिया खेमे के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया जिससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है। उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा देते हुए कहा था कि वह कांग्रेस में रहते हुए अपने राज्य और देश की सेवा नहीं कर पा रहे हैं और अब उनके लिए आगे बढ़ने का मौका है।