उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने वाले भाजपा नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री लाखीराम जोशी को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भी भेजा गया है, जिसमें उनसे सात दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
पार्टी ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई सोशल मीडिया में वायरल हुए उस पत्र का संज्ञान लेते हुए की है, जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए नेतृत्व परिवर्तन का प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया है। यह पत्र लाखीराम जोशी ने प्रधानमंत्री को भेजा है। टिहरी के पूर्व विधायक लाखीराम जोशी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र ने सियासी हलचल मचा दी है।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन ने बताया कि पूर्व मंत्री जोशी को सात दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। उत्तर संतोषजनक न पाए जाने पर उन्हें पार्टी से बर्खास्त भी किया जा सकता है।
11 नवंबर को पीएम को लिखे गए पत्र में जोशी ने कहा है, ‘उत्तराखंड में भाजपा की सरकार को बने तीन वर्ष हो चुके हैं, इन तीन वर्षों में मुख्यमंत्री के रूप में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अनेक बार अपने विवादास्पद निर्णयों से उत्तराखंड की सरकार और भाजपा को शर्मसार किया है। पत्र में सीएम पर भ्रष्टाचार के लिप्त होने का आरोप भी लगाया गया था और कहा गया था कि ऐसे मामलों को संज्ञान में लिया जाना जरूरी है।