बिहार में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। राज्य के कई जिलों में तो घरों में भी पानी घुस गया है। लाखों लोख बेघर हो गए हैं। दिनों दिन हालात बदतर होते जा रहे हैं। बाढ़ से अब तक 367 लोगों की मौत हो चुकी है। सूबे के 18 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं। एनडीआरएफ़ की 27, एसडीआरएफ की 15 टीमों के अलावा सेना की 6 टुकड़ियां राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
इस बीच दरभंगा से सांसद और भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) से निलंबित नेता कीर्ति आजाद ने बाढ़ पीड़ितों को सरकारी मदद ना मिलने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए विवादित बयान दिया है। इस दौरान सांसद इतना भाव-विभोर हो गए कि वह सभी मर्यादाओं को भूल गए। वह अपने साथ चल रहे एसडीओ को सरेआम जलील करते हुए नजर आ रहे हैं।
आजाद ने वहां मौजूद दरभंगा के एसडीओ मोहम्मद रफीक को धमकी देते हुए कहा कि यदि अधिकारी सही तरीके से काम नहीं करते हैं तो उनका सिर मुंडवा कर, कपड़े उतरवाकर उन्हें गदहे पर बिठा कर घुमाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन अपना काम नहीं करेगा तो प्रशासन के साथ वही नंगा नाच करेंगे जो वह जनता के साथ करती है।
उन्होंने आगे कहा कि अगर दरभंगा में बाढ़ राहत में किसी भी प्रकार से कोताही बरती गई तो जैसे हनुमान जी ने पूंछ में आग लगाकर लंका में आग लगाई उसी तरह हम उसी तरह हम ब्लॉक में भी आग लगा देंगे। आजाद ने सवाल किया कि यह कैसा पुल बना जिसमें लोग डूब कर मर ही रहे हैं।
साथ हीं काम नहीं करने वाले अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ये लोग हमसे पूछ कर मेरा ढ़ेका खोल सकते हैं तो हम ऐसे लोगों को काम न करने पर धोती खोलकर नंगा कर गदहे पर बैठा देंगे। दरअसल, राहत कार्यों में अधिकारियों की लापरवाही देख आजाद अपना आपा खो बैठे और कहा कि अगर उनके लोगों को परेशानी हुई तो वे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे और सरकारी दफ्तरों को आग के हवाले कर देंगे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कीर्ति आजाद जब घनश्यामपुर ब्लॉक पहुंचे तो वे कथित तौर पर लचर व्यवस्था देख अपना आपा खो बैठे। आजाद ने आरोप लगाया कि सरकारी अधिकारी ठीक ढंग से काम नहीं कर रहे हैं, जिसका खमियाजा नेताओं और जनप्रतिनिधियों को भुगतना पड़ रहा है। बता दें कि सांसद कीर्ति आजाद को बीजेपी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निलंबित कर दिया है।
बिहार में बाढ़ से 367 लोगों की मौत
बता दें कि बिहार में बाढ़ से 26 और लोगों की मौत हो जाने से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 367 हो गई है। बाढ़ से 19 जिलों की एक करोड़ 58 लाख 30 हजार आबादी प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पड़ोसी देश नेपाल और बिहार में लगातार हुई भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से प्रदेश में 26 और लोगों की मौत हो गई है।
बाढ़ से प्रदेश के 19 जिले किशनगंज, अररिया, पूणर्यिा, कटिहार, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढी, शिवहर, समस्तीपुर, गोपालगंज, सारण, सीवान, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा एवं खगड़िया प्रभावित हैं। चार लाख से ज्यादा लोगों को प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है।