वी नारायणसामी सरकार से कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद पुडुचेरी में उत्पन्न हुए राजनीतिक संकट के बीच उपराज्यपाल किरण बेदी को मंगलवार रात को अचानक उनके पद से हटा दिया गया।
राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता अजय कुमार सिंह द्वारी जारी की गई संक्षिप्त विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि किरण बेदी ‘‘अब पुडुचेरी की उपराज्यपाल नहीं रहेंगी।’’ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन को पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। उपराज्यपाल का पदभार संभालने के बाद से उनकी यह नई जिम्मेदारी प्रभावी हो जाएगी और वह पुडुचेरी के उपराज्यपाल की नियमित व्यवस्था होने तक इस पद पर रहेंगी।
उपराज्यपाल पद से हटाए जाने के बाद बुधवार को उन्होंने एक ट्वीट किया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, ”उदार हृदय, तीव्र दिमाग, साहसी जज़्बा।” उन्होंने लिखा है कि यह उनकी टेबल पर रखी एक डायरी का कवर है।
Good #MorningNutrition.
From the cover of a dairy on my table this morning. pic.twitter.com/Fa9Ru9TFbt— Kiran Bedi (@thekiranbedi) February 17, 2021
बता दें कि, राष्ट्रपति का आदेश राजनीतिक संकट के बीच आया है जहां सत्तारूढ़ काग्रेस सरकार मंगलवार को एक और विधायक के पार्टी छोड़ने के बाद अल्पमत में आ गई। बेदी और नारायणसामी के बीच कई मुद्दों पर टकराव रहा है। राजनीतिक उथल-पुथल के बीच विपक्ष ने मौके का फायदा उठाया और उसने यह कहते हुए नारायणसामी का इस्तीफा मांगा कि उनकी सरकार अल्पमत में हैं। लेकिन नारायणसामी ने यह कहते हुए इस्तीफा देने से इनकार कर दिया कि उनकी सरकार को विधानसभा में बहुमत प्राप्त है।
अगले कुछ ही महीने में विधानसभा का चुनाव है। चार विधायकों के इस्तीफे के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस का संख्या बल 10 रह गया है जिसमें अध्यक्ष भी शामिल हैं। उसके सहयोगी दल द्रमुक के तीन सदस्य हैं जबकि एक निर्दलीय विधायक का समर्थन भी सरकार को प्राप्त है। विपक्ष के पास 14 विधायक हैं।
राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय कुमार ने एक बयान में कहा, ‘‘राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि डॉ. किरण बेदी अब पुडुचेरी की उपराज्यपाल नहीं रहेंगी। उन्होंने तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन को अपने दायित्वों का निर्वहन करने के साथ ही पुडुचेरी के उपराज्यपाल की जिम्मेदारी निभाने के लिए नियुक्त किया है। यह नयी जिम्मेदारी उनके नये उपराज्यपाल के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद से प्रभावी हो जाएगी और वह पुडुचेरी के उपराज्यपाल की नियमित व्यवस्था किए जाने तक इस पद पर रहेंगीं।’’ (इंपुट: भाषा के साथ)