केरल के कोझिकोड स्थित फारुक ट्रेनिंग कॉलेज के प्रोफेसर असिस्टेंड प्रोफेसर द्वाार अपनी ही मुस्लिम छात्राओं के कपड़ों और शारीरिक अंगों को लेकर बेहद शर्मनाक बयान दिए जाने के बाद बवाल मच गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होने के बाद सोमवार (19 मार्च) को छात्राओं ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया। आरोप है कि एक प्रोफेसर ने महिला छात्राओं के ब्रेस्ट (स्तन) की तुलना तरबूज से की थी।जौहर मुनव्वीर नाम के इस प्रोफेसर के विवादित बयान के बाद सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है। इस बीच दो लड़कियों ने इसका विरोध करते हुए अपनी टॉपलेस तस्वीर फेसबुक पर शेयर कर दी, जिसके बाद यह मामला और बढ़ गया है। वहीं छात्राएं अपने तरबूजे से ढ़के अपने स्तन की तस्वीरें शेयर कर रही हैं। छात्र संगठन एसएफआई के बैनर तले काफी संख्या में छात्र जुटे और ‘तरबूज मार्च’ निकाला।
दरअसल, यह मामला कॉलेज के प्रोफेसर जौहर के विवादित बयान से जुड़ा था। आरोप है कि उन्होंने मुस्लिम परिवारों की मौजूदगी वाले एक कार्यक्रम में छात्राओं के पहनावे पर शर्मनाक टिप्पणियां की। उन्होंने कहा कि मुस्लिम लड़कियां हिजाब नहीं पहनती हैं और तरबूज के टुकड़े की तरह अपना सीना दिखाती हैं। इस्लामिक नियम-कायदों का उल्लंघन करने वाले ड्रेस ही लड़कियां पहन रहीं हैं, जो कि गलत है।
मुस्लिम परिवारों को संबोधित करते हुए प्रोफेसर जौहर ने कहा था कि लड़कियां आजकल हिजाब ठीक से नहीं पहनतीं और वह जानबूझकर अपना सीना दिखाती हैं जैसे कि डिस्प्ले पर रखे तरबूज की फांक हो। प्रोफेसर ने छात्राओं को अपने पर्दे के अंदर से लेगिंग को दिखाने पर भी आलोचना की। जौहर ने कहा कि, ‘कैंपस में 80 प्रतिशत छात्राएं मुस्लिम हैं। वो पर्दा करती हैं, लेकिन इसको थोड़ा ऊपर रखती हैं ताकि उनकी लेगिंग्स दिखे।’
इस शर्मनाक बयान के बाद उन्होंने आगे कहा कि लड़कियां अब मुफ्ताह नहीं पहनती हैं, लेकिन अपने सिर को स्कार्फ या शॉल से ढक लेती हैं। उन्होंने आगे कहा कि सीना महिलाओं का ऐसा हिस्सा है जो पुरुषों को आकर्षित करता है और इस्लाम इसे ढककर रखना सिखाता है। जौहर ने कहा कि मैं एक ऐसे कॉलेज का टीचर हूं जिसमें 80 प्रतिशत छात्राएं मुस्लिम हैं। वहां की स्थिति क्या है? वो पर्दा करती हैं, लेकिन वो लेगिंग्स भी पहनती हैं। वो अपना पर्दा थोड़ा ऊपर रखती हैं ताकि उनकी लेगिंग्स दिखें। असिस्टेंट प्रोफेसर के बयान का वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिसके बाद कॉलेज और आसपास की लड़कियां भड़क उठीं और उन्होंने प्रोफेसर की कही बातों का विरोध करने के लिए ‘तरबूज जुलूस’ निकाला। हालांकि प्रोफेसर जौहर का ये बयान 3 महीने पुराना बताया जा रहा है, लेकिन अब सोशल मीडिया पर उनका विरोध शुरू हो गया है।