केरल भारतीय जनता पार्टी के एक नेता पर आरोप है कि उसने एक निजी मेडिकल कॉलेज को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) से मान्यता दिलाने के नाम पर कथित तौर पर 5 करोड़ 60 लाख रुपये की घूस ली है। खबरों के मुताबिक, केरल बीजेपी अध्यक्ष कुम्मनम राजशेखरन के निर्देश के बाद पार्टी ने अपनी जांच में एक नेता को भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी नेता ने पार्टी की आंतरिक जांच टीम के समक्ष पैसे लेने की बात स्वीकार की है लेकिन उसका कहना है कि यह रकम कारोबारी मकसद से ली गई थी। जिस बीजेपी नेता पर यह आरोप लगा है कि उसका नाम आरएस विनोद बताया जा रहा है। एस आर एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन आर शाहजी ने मई महीने में विनोद को यह रकम देने की बात पार्टी को बताई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक विनोद ने यह रकम दिल्ली में एक दलाल को हवाला के जरिए भेजी। पार्टी कमेटी की जांच में शाहजी ने दावा किया है कि विनोद ने उन्हें दिल्ली के उस दलाल के बारे बताते हुए कहा था कि वह एमसीआई को प्रभावित कर उनके कॉलेज के लिए मान्यता दिला सकता है, क्योंकि ऐसा काम वह पहले भी कर चुका है।
ख़बर के मुताबिक, शाहजी के मुताबिक राकेश श्रीवास्तव नाम के एक शख्स, जिसने खुद को बीजेपी राज्य अध्यक्ष का निजी सचिव बताया था। शाहजी ने कमेटी को यह भी बताया कि एमसीआई से मान्यता दिलाने के लिए विनोद ने कुल 17 करोड़ रुपये की डिमांड की थी।
शाहजी के मुताबिक, पैसे देने के बाद भी एमसीआई के कॉलेज का मुआयना करने बाद उन्हें मान्यता नहीं दी गई। पार्टी ने अपनी जांच में 6 लोगों से पूछताछ की है जो इस कथित भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त है।