चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन के मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को नोटिस जारी किया था। कथित तौर पर रिश्वत को बढ़ावा देने वाली उनकी टिप्पणी के लिये यह नोटिस दिया गया था। केजरीवाल ने चुनाव आयुक्त नसीम जैदी को पत्र लिखते हुए सार्वजनिक बहस की मांग की व आयोग के आरोप को निराधार बताया।
पत्र में दिए गए बयान से पूर्व अरविंद केजरीवाल ने जनता का रिपोटर्र को दिए अपने विशेष साक्षात्कार में इसी बात को दोहराया उन्होंने कहा कि हमने इलैक्शन कमीशन को चिट्ठी लिखी है और बताया कि अगर बीजेपी वाले पैसा देने आएगें या कांग्रेस वाले पैसा देने आएगें तो ले लेना वोट हमें देना।
My letter to Chief Election Commissioner. There ought to be a public debate on this issue pic.twitter.com/bpBA4iwGPw
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 23, 2017
ये रिश्वत नहीं है लेकिन अगर मैं कहता कि देखों मैं तुमको पैसा दे रहा हूं और मुझे वोट देना वो रिश्वत कहलाता। लेकिन हमने कहा कि पैसे उनसे लेना और वोट हमें देना। ये रिश्वत नहीं बल्कि रिश्वत पर प्रहार है।
दिल्ली में लोगों ने ऐसा करके दिखाया। अगर आगे भी चुनाव में ऐसा रहा तो ये बीजेपी और कांग्रेस वाले चुनावों में पैसा बांटना बंद कर देगें। उन्होंने कहा कि पिछले 70 सालों इलेक्शन कमीशन चुनावों के अंदर पैसा बांटने को रोकने की कोशिश कर रहा है क्या वो कामयाब हुआ।
बल्कि पैसे का बटंना और बढ़ा है। मैं कहा रहा हूं कि इलेक्शन कमीशन मुझे अपना ब्रांड एम्बेसडर बना ले दो सालों के अंदर ये रिश्वतबाजी खत्म कर दी जाएगी।