मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज बेंगलोर में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर पत्रकारों से रूबरू हुए। केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाए कि पूरी एमसीडी के अंदर भ्रष्टाचार का बोलबाला है। केवल 12 करोड़ रूपये होर्डिंग से आता है जबकि इसका कई गुना रेवेन्यू आना चाहिए था। क्योंकि पूरी दिल्ली में सिर्फ 100 होर्डिंग तो नहीं लगाए गए है।
“पार्किंग का पैसा नहीं मिल रहा जितना एमसीडी दिखा रही है उतना तो केवल कुछ पार्किंग से ही आ जाता है तो फिर पूरी दिल्ली से आने वाला पैसा कहां गया। जनता बीजेपी से अपना विश्वास खो चुकी है। इन्होंने जनता के साथ विश्वासघात किया है।”
“डीडीए के अकाउंट में बीस हजार करोड़ रूपया पड़ा है जिसकी एफडी इन्होंने करा रखी है। कोर्ट के अंदर एमसीडी ने झूठ बोला कि कर्मचारियों की दिसम्बर तक की तनख्वाह दी जा चुकी है। ये लोग हमारे पर गुडांगर्दी कर रहे है। कहां है एल जी साहब, कहां है प्रधानमंत्री जी। दिल्ली को लोगों को सफाई कर्मचारियों के स्ट्राइक की वजह से परेशानी हो रही है।
“अभी हम 31 जनवरी तक की तनख्वाह तक का इंतजाम कर रहे है। 550 करोड़ रूपये का लोन एमसीडी को दे रहे है ताकि वो लोग तनख्वाह दे सके अपने कर्मचारियों को। अब मैं हाथ जोड़कर सभी कर्मचारियों से निवेदन करता हूं कि अपनी स्ट्राइक वापस ले ले। आपकी तनख्वाह का इंतजाम हो गया है। ”
इसके अलावा एमसीडी को भंग करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एमसीडी को भंग करने का अधिकार केवल केन्द्र सरकार को है। आगे केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार की डिक्टेटरशीप वाली मानसिकता है वो दिल्ली सरकार को काम नहीं करने दे रही है। और अरूणाचल प्रदेश की तरह ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जिसके बाद वो दिल्ली में भी राष्ट्रपति शासन लागू कर सके।
केजरीवाल बैंगलोर में इन दिनों अपनी खांसी का इलाज करा रहे है।