नोटबंदी की वजह से देशभर में फैले अराजकता के माहौल और जनसमान्य को हो रही पीड़ा व मौतों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल लगातार पीएम मोदी के इस फैसले की आलोचना कर रहे है। इससे पहले उन्होंने रिश्वतकांड के खुलासे में पीएम मोदी के नाम का होना बताया था। अब इसी कड़ी में अपने अभियान नोटबंदी को लेकर संसद का घेराव करने के कारण सुर्खियों में हैं।
उन्होंने लिखा कि चंद अरबपतियों को सरकारी बैंकों ने करोड़ों के लोन दे रखे है। सरकारी रिर्पोट के मुताबि ये अरबपति बैंकों का 8 लाख करोड़ रूपये डकार गए। मोदी जी ने इनके 8 लाख करोड़ में से एक लाख चैदह हजार करोड़ तो माफ कर दिया अब बाकि का कर्ज माफ करने के लिए पैसे नहीं थे तो षड़यंत्र रचा गया कि 500 और 1000 के नोट बंद कर दो। लोगांे को कहा कि अपने पैसे बैंको में जमा कर दो।
सरकार को उम्मीद है कि इससे 10 लाख करोड़ रूपये बैंक में जमा हो जाएगें। उन पैसों से सरकार अरबपतियों का बचा हुआ धन भी वापस कर देगी। इसका सबसे बड़ा सबूत देखने को मिला कि सरकार ने नोटबंदी के 5 दिनों बाद ही सरकार ने 63 अरबपतियों का कर्जा माफ किया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री केजरीवाल ने लोागें से संसद घेराव में शामिल होेने की अपील की है।