आईएनएक्स मीडिया के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने बुधवार (28 फरवरी) को चेन्नई से कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कार्ति को गिरफ्तार करने के पीछे सीबीआई का तर्क है कि वह जांच में बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहे हैं।
कार्ति चिदंबरम को चेन्नई स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है। कार्ति को लंदन से लौटते ही उनके घर से गिरफ्तार किया गया है। इस केस में कुछ दिन पहले ही उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) एस. भास्कर रमन को भी गिरफ्तार किया गया था। 26 फरवरी को दिल्ली की एक अदालत ने भास्कर रमन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
भास्कररमन को आईएनएक्स मीडिया से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था। विशेष न्यायाधीश एन के मल्होत्रा ने सीए को तिहाड़ जेल भेज दिया था। ईडी के विशेष लोक अभियोजक नीतेश राणा ने उनसे और तीन दिन की न्यायिक पूछताछ के लिए अनुमति मांगी थी।
गौरतलब है कि सीबीआई ने इस मामले में आईएनएक्स मीडिया और इसके निदेशकों इंद्राणी और पीटर मुखर्जी, कार्ति चिदंबरम और उनकी कंपनी चेस मैनेजमेंट सर्विस और पद्मा विश्वनाथन और उनकी कंपनी एडवांटेज स्ट्रेटजिक कंस्लटिंग के खिलाफ केस दर्ज किए हैं। इन पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, भ्रष्ट तरीके अपनाने, लोकसेवकों को प्रभावित करने और आपराधिक दुराचरण का आरोप लगाया है।
सूत्रों के अनुसार अभी उनसे एयरपोर्ट पर ही पूछताछ की जा रही है। इसके बाद उन्हें राजधानी दिल्ली लाया जाएगा। इस मामले में ईडी ने 13 जनवरी को कार्ति के दिल्ली और चेन्नई स्थित ठिकानों पर छापा मारकर छानबीन की थी। इससे पहले ईडी ने इस मामले में पिछले साल 1 दिसंबर को भी कार्ति के रिश्तेदारों समेत अन्य लोगों के ठिकानों पर छापे मारे थे। बता दें कि कि पी. चिदंबरम ने बतौर वित्तमंत्री रहते साल 2007 में एयरसेल-मैक्सिस डील को विदेशी निवेश प्रबंधन बोर्ड (एफआईपीबी) के तहत मंजूरी दी थी। इस मामले में गड़बड़ी के आरोप लगने के बाद ईडी ने जांच शुरू की थी।