पिछले साल कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान टीम इंडिया के पूर्व महान क्रिकेटर राहुल द्रविड़ को चुनाव आयोग ने मतदाता जागरूकता अभियान के तहत ब्रांड एंबेसडर बनाया था। राहुल द्रविड़ विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं को ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोट डालने के लिए अपील करते भी दिखे, लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि आगामी लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग का यह ब्रांड एंबेसडर खुद अपना ही वोट नहीं डाल पाएगा।
जी हां, पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान राहुल द्रविड़ मतदाता सूची में अपना नाम न होने के चलते 18 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं कर पाएंगे। बेंगलुरू नगर निगम के अधिकारी एल. सुरेश ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, “द्रविड़ ने पूर्वी उपनगर में अपने माता-पिता के घर से उत्तरी बेंगलुरू शिफ्ट होने के बाद मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज नहीं कराया है। मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने की आखिरी तारीख 16 मार्च थी।”
द्रविड़ मई 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए चुनाव आयोग के ब्रांड एंबेसडर थे।द्रविड़ का नाम पिछले निर्वाचन क्षेत्र (बैंगलोर सेंट्रल) से हटा दिया गया था, क्योंकि उनके भाई ने निगम अधिकारियों को बताया था कि विधानसभा चुनाव के बाद वह उत्तरी बेंगलोर के उपनगर में शि़फ्ट हो गए हैं।
सुरेश ने कहा, “द्रविड़ शहर से बाहर थे और लंबे समय से विदेश यात्रा पर थे। उन्होंने एक जनवरी 2019 से पहले फॉर्म-6 नहीं भरा था। इसके बाद 16 मार्च को मतदाताओं की अंतिम सूची प्रकाशित हुई थी।” इस बीच, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अधिकारियों ने कहा कि द्रविड़ इस समय स्पेन में हैं।
एनडीटीवी के मुतबिक, बीबीएमपी प्रमुख एन मंजूनाथ प्रसाद ने कहा कि मतदान अधिकारी प्रक्रिया के अनुसार सत्यापन के लिए तीन बार राहुल द्रविड़ के नए घर गए। लेकिन तीनों बार विदेश में होने की वजह से उन्होंने फिजिकल सत्यापन के लिए उपस्थित नहीं हो पाए और फॉर्म भर नहीं भरा।