मुंबई के जिस आलीशान होटल में कर्नाटक के बागी विधायक ठहरे हुए हैं उसके बाहर बुधवार को जबरदस्त राजनीतिक ड्रामा देखने को मिला जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री डी के शिवकुमार को होटल में प्रवेश करने से रोक दिया गया। हालांकि कांग्रेस-जद(एस) सरकार को गिरने से रोकने की कवायद के तौर पर वह विधायकों से मुलाकात करने पर अड़े रहे।
मुंबई के पवई में रिेनेसन्स होटल के बाहर खड़े वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि राजनीति संभावनाओं का क्षेत्र है और उन्हें उस कमरे में जाने दिया जाए जिसे उन्होंने पहले से बुक कराया था। इस आलीशान होटल के बाहर सुरक्षाकर्मी, कैमरा क्रू, मीडियाकर्मियों और राजनीतिक समर्थकों के बीच धक्कामुक्की हुई। एक अन्य समूह ने ‘‘शिवकुमार वापस जाओ’’ जैसे नारे लगाए।
इन घटनाक्रमों के बीच होटल से मिले एक ईमेल में खुलासा हुआ कि कमरा बुक कराया गया था लेकिन ‘‘कुछ आपात स्थिति’’ के कारण बुकिंग रद्द कर दी गई। ईमेल में कहा गया है, ‘‘हमारी बातचीत के अनुसार हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि हमारे पास डी के शिवकुमार: आरईजेड775665डी2 के नाम से बुकिंग है। होटल में किसी आपात स्थिति के कारण हमें बुकिंग रद्द करनी पड़ रही है। कोई शुल्क नहीं लगेगा।’’
Karnataka Minister DK Shivakumar on Renaissance Mumbai Convention Centre Hotel cancels his booking: They should be proud of a customer like me. I love Mumbai. I love this hotel. Let them cancel. I have other rooms also. pic.twitter.com/QWWTZ2Ciuj
— ANI (@ANI) July 10, 2019
विधायकों ने बताया जान को खतरा
मंगलवार मध्यरात्रि को पवई के एक लग्जरी होटल में ठहरे हुए 12 में से 10 विधायकों ने मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया और कहा कि शिवकुमार को होटल में नही आने दिया जाए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें बागी विधायकों से एक पत्र मिला है।’’ वापस जाने से इनकार करते हुए कांग्रेस के संकटमोचक माने जाने वाले शिवकुमार ने कहा कि वह विधायकों से मिले बिना वापस नहीं जाएंगे। उनके साथ जद(एस) के वरिष्ठ विधायक भी आए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने मित्रों को अपने दिल की बात कहने आया हूं..राजनीति संभावनाओं का क्षेत्र है।’’ शिवकुमार ने कहा कि पुलिस उन्हें कह रही है कि उनके नाम से कोई कमरा बुक नहीं है लेकिन मंत्री ने जोर दिया कि उन्होंने होटल में अपने नाम से एक कमरा बुक कराया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने खिलाफ नारेबाजी से नहीं डरता। सुरक्षा के खतरे के कारण अंदर जाने नहीं दिया जा रहा। मैं महाराष्ट्र सरकार का बहुत सम्मान करता हूं। मेरे पास हथियार नहीं हैं।’’
Karnataka Minister DK Shivakumar: I'll not go without meeting my friends. I can't go by you (rebel Karnataka MLAs not ready to meet him), they'll call me. Their heart will break. I'm in touch already, hearts of both of us are beating https://t.co/LrwvHnQnfP
— ANI (@ANI) July 10, 2019
उन्होंने हैरानी जताई कि उनकी मौजूदगी बागी विधायकों के लिए कैसे खतरा हो सकती है। शिवकुमार ने कहा, ‘‘मैं कैसे विधायकों के लिए खतरा हो सकता हूं। हम दोस्त हैं। अगर भाजपा शामिल नहीं है तो क्यों कई पुलिसकर्मी यहां हैं। मेरे पास दिल है और कोई हथियार नहीं है।’’ यहां पहुंचने पर शिवकुमार ने कहा, ‘‘मुंबई पुलिस या किसी अन्य बल को तैनात होने दीजिए। हम अपने दोस्तों से मिलने आए हैं। हम राजनीति में एक साथ आए थे और एक साथ जाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नेता बागी विधायकों से मिल सकते हैं तो वह क्यों नहीं।
उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई में अच्छी सरकार है। मुख्यमंत्री (देवेंद्र फड़णवीस) मेरे अच्छे दोस्त हैं। मैंने यहां एक कमरा बुक कराया है। मेरे दोस्त यहां हैं, कुछ मतभेद हैं, वे मेरे दोस्त हैं…अगर भाजपा नेता मुलाकात कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं मिल सकते।’’ शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने पहले भी महाराष्ट्र के 120 विधायकों की मेजबानी की थी जब विलासराव देशमुख मुख्यमंत्री थे।
होटल में ठहरे हुए हैं विधायक
कर्नाटक विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद शनिवार से ही कांग्रेस के सात, जद(एस) के तीन और दो निर्दलीयों समेत 12 विधायक शहर में ठहरे हुए हैं। उन्होंने कर्नाटक की गठबंधन सरकार से समर्थन भी वापस ले लिया है।पावेल के आलीशान होटल में टिके 12 में से 10 विधायकों ने मंगलवार की रात मुंबई पुलिस को लिखकर सूचित किया कि उन्हें अपनी जान का खतरा है और उन्होंने शिवकुमार को होटल में प्रवेश करने से रोकने का आग्रह किया था।
विधायकों ने अपने पत्र में कहा कि वे कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी या शिवकुमार से मुलाकात नहीं करना चाहते और उन्होंने शहर की पुलिस से उन्हें होटल में आने की अनुमति नहीं देने का भी अनुरोध किया है। पत्र में शिवराम हेब्बार, प्रताप गौड़ा पाटिल, बी सी पाटिल, बायरती बासवराज, एस टी सोमशेखर, रमेश जारकीहोली, गोपालैया, एच विश्वनाथ, नारायण गौड़ा और महेश कुमारतली के नाम एवं हस्ताक्षर हैं।
10 rebel Karnataka Congress-JD(S) MLAs write to Mumbai Commissioner of Police stating "We are staying at Hotel Renaissance Powai in Mumbai, we have heard HD Kumaraswamy & DK Shivakumar are going to storm the hotel, we feel threatened. Do not allow them to enter hotel premises" pic.twitter.com/rvMa2If8eH
— ANI (@ANI) July 9, 2019
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
कर्नाटक का राजनीतिक संकट सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। कांग्रेस और जद(एस) के 10 बागी विधायकों ने एक याचिका दायर कर आरोप लगाया कि राज्य विधानसभा अध्यक्ष जानबूझकर उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रहे हैं।प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने बागी विधायकों की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी की दलीलों पर गौर किया और उन्हें आश्वस्त किया कि वह देखेगा कि क्या उनकी याचिका को तत्काल सुनवाई के लिए कल सूचीबद्ध किया जा सकता है।
शिवकुमार की बुकिंग रद्द होने पर भड़के कांग्रेस समर्थक, ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #BJPKidnapsMLAs
होटल द्वारा कांग्रेस नेता शिवकुमार की अचानक बुकिंग रद्द किए जाने के बाद कांग्रेस समर्थक भड़क गए हैं। ट्विटर पर बुधवार सुबह से ही #BJPKidnapsMLAs टॉप पर ट्रेंड कर रहा है। कांग्रेस समर्थक और सामाजिक कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला ने एक के बाद एक ट्वीट कर होटल के प्रति नाराजगी व्यक्त की है।
तहसीन पूनावाला ने लिखा है कि अगर मैं महाराष्ट्र कांग्रेस का प्रभारी होता तो मैं राज्य के सभी सांसद, विधायक, एमएलसी और पूर्व सांसदों को होटल के बाहर लाखों समर्थकों के साथ प्रदर्शन का आदेश देता। पुलिस भले ही लाठी चार्ज करे, जेल में डाले या गोली मार दे, लेकिन होटल में तूफान मचाओ। राजनीति सड़कों पर होती है एसी कमरे नहीं।
If I was incharge of @INCMaharashtra I would ORDER all Maha MP/ MLA/MLC ex MP/MLA @IYC & @nsui
State leaders with lakhs of supporters outside Renaissance Powai. Let @DGPMaharashtra lathi, jail or even shoot! Storm the Hotel. Politics happens on roads NOT ac rooms#BJPKidnapsMLAs— Tehseen Poonawalla (@tehseenp) July 10, 2019
We would support #DKShivkumar with lakhs & lakhs of supporters. Storm the hotel from every entry point, climb the terrace, force @CMOMaharashtra to order @DGPMaharashtra to lathi charge & arrest us! That's how TEHSEEN would fight !! Be the alfa @INCMaharashtra
— Tehseen Poonawalla (@tehseenp) July 10, 2019
उन्होंने कहा कि होटल ने कैसे कांग्रेस के मंत्रियों की बुकिंग रद्द कर दी! होटल के मालिकों पर भी धावा बोलो। तहसीन ने कहा कि क्या किसी के पास बाल ठाकरेजी, मोदीजी या अमित शाहजी की बुकिंग रद्द करने की हिम्मत थी, जब के पीएम या गृह मंत्री नहीं थे। उन्होंने कहा कि एक विदेशी ब्रांड की हिम्मत कैसे हुई, अवैध रूप से उस पार्टी के कार्यकर्ता की बुकिंग को रद्द कर दें, जिसने भारत की स्वतंत्रता में अहम भूमिक निभाई और 60 साल तक भारत में शासन किया।
If TEHSEEN was @INCMaharashtra incharge every single Renaissance across India would have @INCIndia supporters storming it! You canceled a @INCIndia Ministers booking! Also storm the owners of the powai hotel! Force them on their knees to cancel all rebel MLA rooms ALSO- Be tigers
— Tehseen Poonawalla (@tehseenp) July 10, 2019
Did anyone have the ba**s to cancel the booking of Bal Thackerayji or Modiji or Amit Shahji even when they were NOT PM/HM! How dare Renaissance a foreign brand, illegally cancel the booking of a worker of the party that got INDIA independence & governed for 60 years. Occupy it! https://t.co/lrpjFNvVhi
— Tehseen Poonawalla (@tehseenp) July 10, 2019
13 विधायकों के इस्तीफे से पैदा हुआ राजनीतिक संकट
कर्नाटक विधानसभा के 13 सदस्यों (कांग्रेस के 10 और जद(एस) के तीन) ने छह जुलाई को सदन की सदस्यता से अपने अपने त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय को सौंपे थे। इसके साथ ही राज्य में कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार के लिए राजनीतिक संकट पैदा हो गया था। इसी बीच, कांग्रेस के एक अन्य विधायक आर रोशन बेग ने भी मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। अध्यक्ष को छोड़कर गठबंधन विधायकों की कुल संख्या 116 (कांग्रेस-78, जद(एस)-37 और बसपा-1) है। कर्नाटक विधानसभा का मानसून सत्र 12 जुलाई से शुरू होगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया है कि इस्तीफा देने वाले 14 विधायकों में एस टी सोमशेखर, मुनिरत्न, बी ए बसवराज, प्रताप गौडा पाटिल, बी सी पाटिल, रमेश जारकिहोली, ए शिवमरा हब्बर, महेश कुमातल्ली, रामलिंग रेड्डी, आनंद सिंह और बेग (सभी कांग्रेस) और गोपालैया, नारायण गौडा, अडगुर एच विश्वनाथ (सभी जद-एस) शामिल हैं। राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन में 116 सदस्य हैं। यदि इन 14 बागी विधायकों का इस्तीफा स्वीकार हो जाता है कि गठबंधन के सदस्यों की संख्या घटकर 102 हो जाएगी। (इनपुट- भाषा के साथ)