कर्नाटक में पिछले एक सप्ताह से जारी सियासी नाटक का मंगलवार को आखिरकार अंत हो गया। मंगलवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद वोटिंग हुई और एचडी कुमारस्वामी सरकार गिर गई।
वोटिंग के दौरान मुख्यमंत्री कुमारस्वामी अपना बहुमत साबित नहीं कर सके। सरकार के पक्ष में 99 वोट पड़े, जबकि विरोध (भारतीय जनता पार्टी) में 105 वोट डाले गए। जल्द ही मुख्यमंत्री कुमारस्वामी राजभवन जाकर अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं।
इससे पहले विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि वह खुशी से अपने पद का ‘‘बलिदान’’ करने को तैयार हैं। विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए उन्होंने ऐसा कहा।
चार दिनों तक विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘मैं खुशी से इस पद का बलिदान करने को तैयार हूं।’’
कुमारस्वामी ने कहा कि विश्वास मत की कार्यवाही को लंबा खींचने की उनकी कोई मंशा नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं विधानसभाध्यक्ष और राज्य की जनता से माफी मांगता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह भी चर्चा चल रही है कि मैंने इस्तीफा क्यों नहीं दिया और कुर्सी पर क्यों बना हुआ हूं।’’ कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘मैं राजनीति में अचानक और अप्रत्याशित तौर पर आया था।’’