जिस आर्मी वेलफेयर फंड में करण जौहर को जबरन 5 करोड़ रूपये जमा करने का आदेश थोपा गया है, उस फंड में सरकारी सूत्रों के अनुसार पिछले दो महीने में केवल 1.4 करोड़ रूपये ही जमा हो सके हैं। जबकि अकेले करण जौहर को इसमेें 5 करोड़ जमा करने का हुक्म जारी हुआ है।
करण जौहर की फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ की रीलिज को लेकर मनसे के राज ठाकरे ने तोड़़-फोड़ और फिल्म को ना चलने की धमकी दी थी जिसके निबटारें के लियें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने करण जौहर और राज ठाकरे के बीच समझौता कराने वाले की भुमिका निभाई थी जिसमें राज ठाकरे ने करण जौहर पर 5 करोड़ का जुर्माना लगाया था इसके अलावा सभी फिल्ममेकर्स जो पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम कर रहे है उन सबको भी 5 करोड़ रूपये आर्मी वैलफेयर फंड में जमा करने का हुक्म सुनाया गया था।
इस एक तरफा राजनीति से प्रेरित आदेश का खंडन करते हुए आर्मी ने इस पर नराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ‘सेना को राजनीति में न घसीटा जाए, हम स्वेच्छा से दिया गया फंड ही लेते हैं, न कि इस तरह की जबरदस्ती से।” आर्मी वेलफेयर फंड बैटल कैजुअलटीज में कोई भी संस्था या व्यक्ति अपना दान दे सकता है, हालांकि इसका प्रबंधन आर्मी ही देखती है। “आर्मी वेलफेयर फंड बैटल कैजुअलटीज” नाम के इस फंड को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर के निर्देश पर शुरू किया गया था।
राष्ट्रवाद के नाम पर रंगदारी वसूलने का नया रिवाज अब देश में देखने को मिल गया है जिसका समझौता एक बड़े प्रदेश का मुख्यमंत्री कराता है।