जल मंत्री रहते हुए अपने पद से अयोग्य करार दिए जाने के बाद केजरीवाल सरकार से कपिल मिश्रा को हटा दिया गया। बताया जा रहा है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव के दौरान दिल्ली में पानी की सप्लाई की जबरदस्त समस्या पैदा हुई, जिसे संभालने में कपिल मिश्रा नाकाम रहे और पार्टी को चुनाव में भारी नुकसान हुआ।
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने फैसले की जानकारी देते हुए कहा है कि जल प्रबंधन का काम ठीक से नहीं हो रहा था ।पद से हटाए जाने के बाद कपिल मिश्रा ने ट्विट कर भ्रष्टाचार के खिलाफ खुली जंग का ऐलान कर दिया और लगातार कई ट्वीट कर अपनी सफाई पेश की।
मिश्रा ने पीटीआई से कहा, मुझे इस फैसले के बारे में सूचित नहीं किया गया था और मेरी जानकारी के अनुसार, यह फैसला केजरीवाल ने एकजुट होकर लिया है। मंत्रिमंडल और राजनीतिक मामलों की समिति, ‘आप’ की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था इसमें शामिल नहीं थी।
उसके बाद उन्होंने ट्विटर पर अपने नेता के बारे में और भी अधिक कठोर टिप्पणियां की। केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ छुपे तौर पर मिश्रा ने लिखा, किसी बेटी रिश्तेदार को पद नही दिया। शीला का भ्रष्टाचार खोला।
i am the only minister with no corruption charges. no CBI enquiry against me. किसी बेटी रिश्तेदार को पद नही दिया। शीला का भ्रस्टाचार खोला
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 6, 2017
ये मेरी पार्टी है। 2004 से आंदोलन से जुड़ा रहा हूँ।
कहीं नही जाएंगे। यहीं रहकर सफाई करेंगे। झाड़ू चलाएंगे। कूड़ा हटाएंगे
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 6, 2017
इसके अलावा मिश्रा ने कहा कि मैं इस पार्टी से जुड़ा रहूंगा, औरी कहीं नहीं जाएगें यहीं रहकर झाड़ू चलाएगें।