जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नेता कन्हैया कुमार ने किसान आंदोलन के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। कन्हैया ने कहा कि, ये किसान हैं, बेज़ुबान सरकारी संस्थान नहीं कि अपने दोस्तों के हाथ औने-पौने दाम में बेच दोगे।

कन्हैया कुमार ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, “सुनिए सरकार, ये किसान हैं। भड़के हुए बैलों को क़ाबू करने का हुनर इनको आता है। भला इनको कौन भड़काएगा! आपने इनकी बर्बादी के क़ानून लिखे हैं। देखना, ये आपको भी क़ाबू में करके ही दम लेगें।”
सुनिए सरकार,
ये किसान हैं। भड़के हुए बैलों को क़ाबू करने का हुनर इनको आता है। भला इनको कौन भड़काएगा!आपने इनकी बर्बादी के क़ानून लिखे हैं। देखना, ये आपको भी क़ाबू में करके ही दम लेगें।
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) November 27, 2020
वहीं, कन्हैया कुमार ने शनिवार को अपने ट्वीट में लिखा, “किसान कौन सा आपसे पंद्रह लाख मांग रहे या यह भी नहीं कह रहे कि उनके लिए साढ़े आठ हजार करोड़ का हवाई जहाज खरीद दो। बस इतना कह रहे कि बिल में एक लाइन लिख दो कि एमएसपी से कम पर फसलों की ख़रीद ग़ैरकानूनी होगी।”
जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “सुनो साहेब!! ये किसान हैं, बेज़ुबान सरकारी संस्थान नहीं कि अपने दोस्तों के हाथ औने-पौने दाम में बेच दोगे।”
सुनो साहेब!! ये किसान हैं, बेज़ुबान सरकारी संस्थान नहीं कि अपने दोस्तों के हाथ औने-पौने दाम में बेच दोगे।
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) November 28, 2020
बता दें कि, तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन और धरना जारी है। दिल्ली पहुंचे किसानों की आज बैठक हो रही है, जिसमें वो आगे की रणनीति तय करेंगे। दिल्ली सरकार से बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की इजाजत मिलने के बाद पंजाब और हरियाणा से किसानों का नया जत्था भी रवाना हो चुका है। बुराड़ी ग्राउंड में किसानों के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।