ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर साधा निशाना, छत्तीसगढ़ सीएम ने किया पलटवार; अलका लांबा ने भी BJP नेता को दिया जवाब

0

दिल्ली की चांदनी चौकी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक और कांग्रेस की दिग्गज नेता अलका लांबा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के उस ट्वीट पर तंज कसा है, जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्वीट पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। वहीं, बघेल ने भी ट्वीट कर सिंधिया के आरोपों को खारिज कर दिया।

ज्योतिरादित्य सिंधिया

दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को ट्वीट कर सीएम भूपेश बघेल सरकार पर सरकारी कोष के दुरूपयोग का आरोप लगाया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए अपने ट्वीट में लिखा था, “भूपेश बघेल अपने दामाद का निजी महाविद्यालय बचाने के लिए उसे सरकारी कोष से खरीदने की कोशिश में हैं। प्रदेश की राशि का उपयोग अपने दामाद के लिए, वो भी एक ऐसा मेडिकल कॉलेज जिस पर धोखाधड़ी के आरोप मडिकल कौंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा लगाए गए थे। कौन बिकाऊ है और कौन टिकाऊ, इसकी परिभाषा अब साफ है!”

भाजपा नेता के इसी ट्वीट पर पलटवार करते हुए अलका लांबा ने लिखा, “मोदी जी ने देश की सम्पतियों को अपने पूंजीपति मित्रों के निजी हाथों में बेचा, वो ठीक है? कर्ज़ में डूबे, अनुभवहीन मित्र अनिल अंबानी को राफेल डील में शामिल किया, वो ठीक था? मध्य प्रदेश में किसने सत्ता की दलाली की, कौन गद्दार निकला, यह भी आज सबको पता चल चुका है। नाटक बन्द कोजिये अब।”

ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्वीट पर तंज कसते हुए छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने लिखा, “बिकाऊ तो हो महाराज आप! लेकिन इतने सस्ते बिकोगे, ये किसी ने न सोचा था। भूपेश जी ने चुनौती दी है, यदि दम है तो सामना कर लेना।”

वहीं, इस पूरे मामले पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अपनी प्रतिक्रियां दी और सिंधिया के आरोपों को खारिज कर दिया। सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा, “चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज पर प्रकाशित एक समाचार पर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। वे सब निराधार है। यह प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज और सैकड़ों छात्रों के भविष्य को बचाने का प्रयास है। इससे एक नया मेडिकल कॉलेज बनाने का समय बचेगा व हर साल प्रदेश को डेढ़ सौ डॉक्टर मिलेंगे।”

भूपेश बघेल ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “जहां तक रिश्तेदारी और निहित स्वार्थ का सवाल है तो मैं अपने प्रदेश की जनता को यह बताना चाहता हूं कि भूपेश बघेल उसके प्रति उत्तरदायी है और उसने हमेशा पारदर्शिता के साथ राजनीति की है, सरकार में भी हमेशा पारदर्शिता ही होगी। सौदा होगा तो सब कुछ साफ हो जाएगा।”

सीएम ने एक अन्य ट्वीट में आगे लिखा, “यह खबर कल्पनाशीलता की पराकाष्ठा से उपजा विवाद है। जिसे मैं चुनौती देता हूं। अगर जनहित का सवाल होगा तो सरकार निजी मेडिकल कॉलेज भी ख़रीदेगी और नगरनार का संयंत्र भी। हम सार्वजनिक क्षेत्र के पक्षधर लोग हैं और रहेंगे। हम उनकी तरह जनता की संपत्ति बेच नहीं रहे हैं।”

Previous articleशर्मनाक: एक बेटी से बलात्कार व दूसरी से बलात्कार के प्रयास के आरोप में 30 वर्षीय सौतेला पिता गिरफ्तार
Next articleउत्तर प्रदेश के बाराबंकी में बड़ा हादसा: खड़ी बस में ट्रक ने मारी टक्कर, 18 लोगों की मौत कई घायल; हरियाणा से बिहार जा रही थी बस