अगले साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के परिणाम सामने आ गए हैं। सभी पदों पर वामपंथी छात्र संगठनों का गठबंधन ‘यूनाइटेड लेफ्ट’ ने कब्जा कर लिया है। इस लेफ्ट गठबंधन की यह जीत बीजेपी के लिए किसी झटके से कम नहीं है, क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो पाई है।
जेएनयू छात्र संघ चुनाव 2018 के नतीजे रविवार दोपहर को सामने आए। इन नतीजों के मुताबिक, सभी सीटों पर यूनाइटेड लेफ्ट को जीत हासिल हुई है। इस बार के चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) सभी सीटों पर दूसरे नंबर पर रहा है। बता दें कि जेएनयू में शुक्रवार को छात्रसंघ के चार पदों (अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव) के लिए मतदान हुआ था।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, यूनाइटेड लेफ्ट ने चारों सीटों पर जीत दर्ज की है। एन साई बालाजी अध्यक्ष, सारिका चौधरी उपाध्यक्ष, एजाज़ अहमद सचिव और अमूथा जयदीप ने सह सचिव पद पर जीत दर्ज की है। बता दें कि AISA, SFI, AISF और DSF मिलकर चुनाव लड़े थे। वहीं ABVP सभी पदों में दूसरे नंबर पर रहा है, किसी सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाबी हासिल नहीं हो पाई।
#JNUSUElection2018: United Left Alliance sweeps the election; N Sai Balaji elected as the President, Sarika Chaudhary as the Vice President, Aejaz Ahmed Rather as the General Secretary and Amutha Jayadeep as the Joint Secretary. pic.twitter.com/YxeicXkxv2
— ANI (@ANI) September 16, 2018
शुक्रवार को जेएनयू छात्र संघ के दिलचस्प चुनाव में 67.8 फीसदी मतदान हुआ था जिसे पिछले छह साल में सबसे ज्यादा माना जा रहा है। इसमें 5,000 से ज्यादा छात्रों ने मतदान किया। वाम समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई), डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (डीएसएफ) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) इस बार ‘यूनाइटेड लेफ्ट’ गठबंधन के तहत एकसाथ चुनाव लड़े थे। वहीं, वामपंथी छात्र संगठनों के अलावा एबीवीपी, एनएसयूआई और बापसा के उम्मीदवार भी मैदान में थे।