उरी में आतंकवादी हमले के लिए पाकिस्तान पर दोषारोपण करते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि जो लोग भारत की सुरक्षा और विश्वास की परीक्षा लेने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें माकूल जवाब दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हम लंबे समय से जानते हैं कि भारत के खिलाफ और खासतौर पर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को प्रायोजित करने के पीछे किसका हाथ है। मेरा मानना है कि समय आ गया है कि उनके छल का पर्दाफाश किया जाए और उन्हें माकूल जवाब दिया जाए।
भाषा की खबर के अनुसार, सिंह ने कहा कि आगे इस तरह के हमलों को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति विकसित करनी है। सिंह ने कहा कि मेरा मानना है कि इसे सिर्फ कायरतापूर्ण कृत्य बताना पर्याप्त नहीं होगा, क्योंकि इसका जवाब नहीं देना भी कायरता होगी। मंत्री ने कहा कि जो भारत की सुरक्षा या विश्वास को परखने की कोशिश करते हैं, उन्हें माकूल जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा- मुझे इसे सार्वजनिक तौर पर नहीं बताना है। मैं आश्वस्त हूं कि रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय प्रभावी रणनीति के साथ आएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि यह परेशान करने वाला और आत्ममंथन का क्षण है। मैं यह सोचकर कांप उठता हूं कि कैसे देश हमेशा अपने बेशकीमती जवानों की इस तरह कुर्बानी देता रहेगा। उन्होंने कहा कि इस निंदनीय आतंकवादी हमले के पीछे शामिल लोगों को दंडित किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि मैं अपने 17 बहादुर सैनिकों की बेशकीमती जान को गंवाकर टूटा हुआ महसूस कर रहा हूं। इस कायरतापूर्ण कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें दंडित करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है।
सिंह ने विपक्षी दलों से, सभी राजनीतिक दलों से मतभेद भूलने और राष्ट्र के आह्वान का जवाब देने को कहा।
आतंकवादियों के हाथों सैनिकों की हत्या की अनदेखी का प्रयास करने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की आलोचना करते हुए मंत्री ने कहा कि एक भारतीय सैनिक भी मानवाधिकार का उतना ही हकदार है, जितना कोई अन्य व्यक्ति।