वडगाम सीट से निर्दलीय उम्मीदवार जिग्नेश मेवाणी ने BJP प्रत्याशी को करीब 18 हजार वोटों से हराया

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गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे सोमवार (18 दिसंबर) को आए हैं, दोनों ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार बनती दिख रहीं है। इसी बीच गुजरात में दलित आंदोलन के सबसे बड़े चेहरे के रूप में उभरे जिग्नेश मेवाणी बनासकांठा जिले की वाडगम विधानसभा सीट से जीत गए हैं।

फाइल फोटो- जिग्नेश मेवानी

बता दें कि, जिग्नेश ने गुजरात के वडगाम सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रत्याशी चक्रवर्ती विजय कुमार हरखाभाई को हराया है। जिग्नेश ने बीजेपी प्रत्याशी को करीब 18 हजार से ज्यादा वोटों से हराया। बता दें कि, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी गुजरात चुनाव के महत्वूपर्ण उम्मीदवारों में से एक थे।

बता दें कि, जिग्नेश मेवाणी की जीत पर आम आदमी पार्टी(AAP) के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने उन्हें जीत की बधाई दी है। कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘संघर्ष की पहली लोकतांत्रिक विजय पर अशेष बधाई जिग्नेश मेवाणी आशा है आंदोलनकारी भाषा विधानसभा में भी उसी चेतना से मुखरित होगी’

https://twitter.com/DrKumarVishwas/status/942642212218724352

बता दें कि, गुजरात विधानसभा चुनाव की 182 सीटों के लिए मतदान 9 और 14 दिसंबर को दो चरणों में कराया गया था।

बता दें कि, जिग्नेश मेवाणी गुजरात में दलितों और मुसलमानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हुए है। जिग्नेश पिछले साल उना में दलितों पर हुए अत्याचार के बाद गुजरात के दलितों और मुसलमानों के लिए एक उद्धारक बन कर उभरे।

उन्होंने उना कांड का विरोध किया और दलित आंदोलन का चेहरा बने। इसके गुजरात में दलित-मुस्लिम को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने में कड़ी का काम किया।

युवा दलित नेता के तौर पर उभरे जिग्नेश सामाजिक कार्यकर्ता और वकील हैं। वह राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के संयोजक हैं, राज्य में दलितों का वोट प्रतिशत करीब सात फीसदी है।

 

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